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नुसरत जहां की शादी पर उलेमा ने जताया ऐतराज, कहा- गैर मुस्लिम से शादी करना शरीयत के खिलाफ - deoband ulema in saharanpur

देवबंद के उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने सांसद नुसरत जहां की शादी पर ऐतराज जताया है. उन्होंने कहा कि गैर मुस्लिम से शादी करना शरीयत के खिलाफ है. नुसरत जहां ने जैन धर्म में शादी की है.

सांसद नुसरत जहां.
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Published : Jun 30, 2019, 3:14 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: तृणमूल कांग्रेस सांसद नुसरत जहां के मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र पहनना जहां देवबंदी उलेमाओं को नागवार गुजरा है, वहीं उलेमाओं ने नुसरत जहां के जैन समाज के युवक से शादी करने पर भी सवाल खड़े किए हैं. उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि मुस्लिम महिला केवल मुस्लिम पुरुष से ही निकाह कर सकती है. वह गैर मुस्लिम से निकाह नहीं कर सकती है.

प्रतिक्रिया व्यक्त करते देवबंदी उलेमा.


उलेमाओं ने शादी पर खड़े किए सवाल

  • सांसद नुसरत जहां का मंगलसूत्र पहनकर और सिंदूर लगाकर संसद में जाने पर दारुल उलूम देवबंद पहले ही फतवा जारी कर चुका है.
  • देवबंदी उलेमाओं ने नुसरत जहां के गले में मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर लगाने पर एतराज जताया है.
  • उलेमाओं का कहना है कि इस्लाम में मुस्लिम महिलाओं का गले में मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर भरना शरीयत के खिलाफ है.
  • नुसरत जहां ने जैन रीति रिवाज से अपने दोस्त निखिल जैन से शादी रचाई है.
  • देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी का कहना है कि मुसलमान केवल मुसलमान से ही शादी कर सकता है, गैर मुस्लिम से नहीं.
  • हालांकि मुफ्ती असद कासमी ने यह भी कहा कि शरीयत किसी की जातीय जिंदगी में दखलअंदाजी दिए जाने की कतई इजाजत नहीं देता.

सांसद नुसरत जहां ने जैन धर्म में शादी की है, लेकिन मुसलमान किसी गैर मुस्लिम से शादी नहीं कर सकता है. मुसलमान केवल मुसलमान से ही शादी कर सकता है. यह शरीयत और इस्लाम के खिलाफ है. मैं यही कहना चाहता हूं कि हिंदुस्तान के अंदर हर आदमी आजाद है और उसको मालूम है कि इस्लाम और शरीयत क्या कहती है. उसके ऊपर अमल करें या न करें उसके अपने अधिकार हैं.

-मुफ्ती असद कासमी, मोहतमिम मदरसा जामिया शैखुल हिन्द

सहारनपुर: तृणमूल कांग्रेस सांसद नुसरत जहां के मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र पहनना जहां देवबंदी उलेमाओं को नागवार गुजरा है, वहीं उलेमाओं ने नुसरत जहां के जैन समाज के युवक से शादी करने पर भी सवाल खड़े किए हैं. उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि मुस्लिम महिला केवल मुस्लिम पुरुष से ही निकाह कर सकती है. वह गैर मुस्लिम से निकाह नहीं कर सकती है.

प्रतिक्रिया व्यक्त करते देवबंदी उलेमा.


उलेमाओं ने शादी पर खड़े किए सवाल

  • सांसद नुसरत जहां का मंगलसूत्र पहनकर और सिंदूर लगाकर संसद में जाने पर दारुल उलूम देवबंद पहले ही फतवा जारी कर चुका है.
  • देवबंदी उलेमाओं ने नुसरत जहां के गले में मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर लगाने पर एतराज जताया है.
  • उलेमाओं का कहना है कि इस्लाम में मुस्लिम महिलाओं का गले में मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर भरना शरीयत के खिलाफ है.
  • नुसरत जहां ने जैन रीति रिवाज से अपने दोस्त निखिल जैन से शादी रचाई है.
  • देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी का कहना है कि मुसलमान केवल मुसलमान से ही शादी कर सकता है, गैर मुस्लिम से नहीं.
  • हालांकि मुफ्ती असद कासमी ने यह भी कहा कि शरीयत किसी की जातीय जिंदगी में दखलअंदाजी दिए जाने की कतई इजाजत नहीं देता.

सांसद नुसरत जहां ने जैन धर्म में शादी की है, लेकिन मुसलमान किसी गैर मुस्लिम से शादी नहीं कर सकता है. मुसलमान केवल मुसलमान से ही शादी कर सकता है. यह शरीयत और इस्लाम के खिलाफ है. मैं यही कहना चाहता हूं कि हिंदुस्तान के अंदर हर आदमी आजाद है और उसको मालूम है कि इस्लाम और शरीयत क्या कहती है. उसके ऊपर अमल करें या न करें उसके अपने अधिकार हैं.

-मुफ्ती असद कासमी, मोहतमिम मदरसा जामिया शैखुल हिन्द

Intro:सहारनपुर : तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां का मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र डालकर संसद में जाने पर जहां बहस छिड़ी हुई है वहीं देवबंदी उलेमाओं ने भी नुसरत जहां के गले मंगलसूत्र और मांग सिंदूर लगाने पर एतराज जताया है। देवबंदी उलेमा ओं का कहना है कि इस्लाम में मुस्लिम महिलाओं का गले में मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर भरना शरीयत के खिलाफ है। उलेमाओं ने नुसरत जहां के जैन समाज के युवक से शादी करने पर भी सवाल खड़े किए हैं उलेमाओ के मुताबिक मुस्लिम महिला मुस्लिम पुरुष से ही निकाह कर सकती है ल गैर मुस्लिम से नहीं। मांग में सिंदूर और मंगलसूत्र पहनने पर दारुल उलूम देवबंद पहले ही फतवा जारी कर चुका है।Body:VO 1 - बंगाल की सांसद नुसरत जहां का मंगलसूत्र पहन और सिंदूर लगाकर संसद में जाने के मामले में छिड़ी बहस को लेकर उलेमाओ का कहना है कि शरीयत किसी की जाति जिंदगी में दखलअंदाजी दिए जाने की कतई इजाजत नहीं देती। हाल में जो बंगाल की युवा सांसद नुसरत जहां ने जैन रिति रिवाज से अपने दोस्त निखिल जैन से शादी रचाई है। पहली बार वह संसद में पहुंची तो मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र पड़ा था। इसको लेकर बहस छिड़ी हुई है वही उनकी शादी पर भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा की मुस्लमान मुस्लमान से ही शादी कर सकता है गैर मुस्लिम से नही। देवबंदी उलेमा मुफ़्ती असद कासमी ने कहा कि जिस तरीके से बंगाल की सांसद नुसरत जहां ने अपना अमल लोकसभा के अंदर तो दोहराया कि वह जो सिर में सिंदूर लगाकर और गले में मंगलसूत्र डालकर और जिस तरीके से उन्होंने वहां जाकर वंदे मातरम कहा है।तो सबसे पहले मैं शरीयत का हुकुम बता दूं कि इस्लाम इस चीज की इजाजत नहीं देता। मुसलमान किसी गैर मुस्लिम से शादी करें मुसलमान मुसलमान से ही शादी करें इसी तरीके से गैर मुस्लिम है गैर मुस्लिम शादी करें। लेकिन उन्होंने जो यह अमल किया है शरीयत और इस्लाम के खिलाफ है।

बाइट - मुफ्ती असद कासमी ( मोहतमिम मदरसा जामिया शैखुल हिन्द )Conclusion:FVO - उसी के साथ साथ मैं बता दूं कि हिंदुस्तान के अंदर हर आदमी आजाद है उसको मालूम है कि इस्लाम और शरियत क्या कहती है उसके ऊपर अमल करें या ना करें उसके अपना अधिकार है। कोई भी आदमी कुछ भी कर सकता है जो उन्होंने किया है अगर वह उसको बेहतर समझते हैं तो ठीक है इस्लाम की नजर में वह बिल्कुल भी ठीक नहीं है।

रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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