सहारनपुर: तृणमूल कांग्रेस सांसद नुसरत जहां के मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र पहनना जहां देवबंदी उलेमाओं को नागवार गुजरा है, वहीं उलेमाओं ने नुसरत जहां के जैन समाज के युवक से शादी करने पर भी सवाल खड़े किए हैं. उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि मुस्लिम महिला केवल मुस्लिम पुरुष से ही निकाह कर सकती है. वह गैर मुस्लिम से निकाह नहीं कर सकती है.
उलेमाओं ने शादी पर खड़े किए सवाल
- सांसद नुसरत जहां का मंगलसूत्र पहनकर और सिंदूर लगाकर संसद में जाने पर दारुल उलूम देवबंद पहले ही फतवा जारी कर चुका है.
- देवबंदी उलेमाओं ने नुसरत जहां के गले में मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर लगाने पर एतराज जताया है.
- उलेमाओं का कहना है कि इस्लाम में मुस्लिम महिलाओं का गले में मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर भरना शरीयत के खिलाफ है.
- नुसरत जहां ने जैन रीति रिवाज से अपने दोस्त निखिल जैन से शादी रचाई है.
- देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी का कहना है कि मुसलमान केवल मुसलमान से ही शादी कर सकता है, गैर मुस्लिम से नहीं.
- हालांकि मुफ्ती असद कासमी ने यह भी कहा कि शरीयत किसी की जातीय जिंदगी में दखलअंदाजी दिए जाने की कतई इजाजत नहीं देता.
सांसद नुसरत जहां ने जैन धर्म में शादी की है, लेकिन मुसलमान किसी गैर मुस्लिम से शादी नहीं कर सकता है. मुसलमान केवल मुसलमान से ही शादी कर सकता है. यह शरीयत और इस्लाम के खिलाफ है. मैं यही कहना चाहता हूं कि हिंदुस्तान के अंदर हर आदमी आजाद है और उसको मालूम है कि इस्लाम और शरीयत क्या कहती है. उसके ऊपर अमल करें या न करें उसके अपने अधिकार हैं.
-मुफ्ती असद कासमी, मोहतमिम मदरसा जामिया शैखुल हिन्द