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सहारनपुर: उपचुनाव लड़ने के लिए बसपा प्रत्याशी तैयार, गंगोह सीट पर बीजेपी-कांग्रेस की कराएंगे जमानत जब्त - सहारनपुर उपचुनाव

उतर प्रदेश में 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों को लेकर सभी राजनीतिक दल मैदान में आ गए हैं. ईटीवी भारत ने बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद से बातचीत की. उन्होंने न सिर्फ बीजेपी सरकार को घेरने का काम किया, बल्कि कांग्रेस की नीतियों पर भी सवाल खड़े किए.

बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद
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Published : Sep 19, 2019, 1:29 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:20 PM IST

सहारनपुर: 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में सभी राजनीतिक दल मैदान में आ गए है. जहां कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद के भाई नोमान मसूद को टिकट दिया है, वहीं समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री चौधरी यशपाल सिंह के बेटे इन्द्रसेन को चुनाव मैदान में प्रत्याशी घोषित किया है. इस बार उपचुनाव से दूर रहने वाली बहुजन समाज पार्टी ने भी चुनाव लड़ने का मन बनाया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने सभी 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुनावी बिगुल बजा दिया है.

ईटीवी भारत से बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद की खास बातचीत.

चौधरी इरशाद को प्रत्याशी के रूप में उतारा

सहारनपुर की गंगोह विधानसभा सीट की बात करें तो यहां बसपा ने पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रहे चौधरी इरशाद को बसपा ने प्रत्याशी के रूप में उतारा है. ईटीवी भारत ने बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद से खास बातचीत की तो उन्होंने न सिर्फ बीजेपी सरकार को घेरने का काम किया हैं बल्कि कांग्रेस की नीतियों पर भी सवाल खड़े किए. बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद ने जहां गंगोह विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को गिनाया, वहीं पूर्व में बसपा शासनकाल में पार्टी के विधायक को विकास कार्यों का श्रेय दिया है. उनका कहना है कि गंगोह विधानसभा क्षेत्र में ज्यादातर विकास कार्य 2007 में आई बसपा सरकार में कराए गए हैं.

2005 से जिला पंचायत अध्यक्ष रहे

बता दें कि चौधरी इरशाद 2005 से 2010 तक जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं. इससे पहले 2002 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा सीट सरसावा ( जो वर्तमान में नकुड़ है ) से चुनाव लड़े थे और बसपा में रहे डॉ धर्म सिंह सैनी से महज 3000 हजार वोटों से पराजित हो गए थे. इसके बाद चौधरी इरशाद ने सपा छोड़ बसपा का दामन थाम लिया. कई बार बसपा सुप्रीमो मायावती से हुई मुलाकातों के बाद 61 साल के इरशाद को गंगोह सीट पर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी बनाकर भरोसा जताया है.

बीजेपी शासन में भुखमरी की कगार पर पूरा देश

स्थानीय मुद्दे गिनाते हुए चौधरी इरशाद ने कहा कि देश की जनता सब जानती है. आज देश के क्या हालात हैं? बीजेपी शासन में पूरा देश आज भुखमरी की कगार पर है. बहुजन समाज पार्टी सर्व सामज की पार्टी है. गंगोह विधानसभा क्षेत्र में बसपा का अपना इतना वोट है कि वे अच्छे मतों से जीत सकती है. आज देश को बहुजन समाज पार्टी की जरूरत है इसलिए वे चुनाव मैदान में उतरे हैं. पूर्व में रही बसपा शासन ने सबसे ज्यादा काम किए हैं, जबकि इसके बाद प्रदीप चौधरी चाहे कांग्रेस से विधायक रहे हो या फिर बीजेपी से विधायक चुने गए हो. उन्होंने कही भी कोई कार्य नहीं कराया.

बीजेपी नेता विकास कार्यों में विश्वास नहीं रखते

उन्होंने खुद भी सभी गांव में योजनाओं के मुताबिक कार्य कराए हैं. यहीं वजह है कि हर गांव के ग्रामीण उन्हें भरपूर समर्थन दे रहे हैं. बसपा और बीजेपी विधायकों द्वारा कराए गए विकास कार्यों की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि जितने गांव में हम दौरा कर रहे हैं. 80 फीसदी से ज्यादा बसपा विधायक महिपाल माजरा द्वारा कराए गए कार्य ही दिख रहे हैं. बीजेपी विधायक पर सवाल खड़े करते हुए चौधरी इरशाद ने कहा कि बीजेपी नेता विकास कार्यों में विश्वास नहीं रखते, ये केवल हिन्दू-मुस्लिम की बात करके देश को तोड़ना चाहते है, देश को बर्बाद करना चाहते है. जनता इस बात को समझ चुकी है.

गंगोह क्षेत्र गुर्जर बाहुल्य क्ष्रेत्र

कांग्रेस और सपा प्रत्याशी चौथे नम्बर की लड़ाई लड़ने का काम कर रहे हैं. जातीय समीकरण की बात करे तो यहां तीन प्रत्याशी गुर्जर बिरादरी से आ रहे हैं और गंगोह क्षेत्र गुर्जर बाहुल्य क्ष्रेत्र है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि उपचुनाव में जातीय समीकरण पर चुनाव होगा. क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी भी इस सीट को जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं कस्बा गंगोह में लाभार्थी मेले की अध्यक्षता कर 450 करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का लोकापर्ण और शिलान्यास कर चुके हैं.

सहारनपुर: 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में सभी राजनीतिक दल मैदान में आ गए है. जहां कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद के भाई नोमान मसूद को टिकट दिया है, वहीं समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री चौधरी यशपाल सिंह के बेटे इन्द्रसेन को चुनाव मैदान में प्रत्याशी घोषित किया है. इस बार उपचुनाव से दूर रहने वाली बहुजन समाज पार्टी ने भी चुनाव लड़ने का मन बनाया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने सभी 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुनावी बिगुल बजा दिया है.

ईटीवी भारत से बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद की खास बातचीत.

चौधरी इरशाद को प्रत्याशी के रूप में उतारा

सहारनपुर की गंगोह विधानसभा सीट की बात करें तो यहां बसपा ने पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रहे चौधरी इरशाद को बसपा ने प्रत्याशी के रूप में उतारा है. ईटीवी भारत ने बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद से खास बातचीत की तो उन्होंने न सिर्फ बीजेपी सरकार को घेरने का काम किया हैं बल्कि कांग्रेस की नीतियों पर भी सवाल खड़े किए. बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद ने जहां गंगोह विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को गिनाया, वहीं पूर्व में बसपा शासनकाल में पार्टी के विधायक को विकास कार्यों का श्रेय दिया है. उनका कहना है कि गंगोह विधानसभा क्षेत्र में ज्यादातर विकास कार्य 2007 में आई बसपा सरकार में कराए गए हैं.

2005 से जिला पंचायत अध्यक्ष रहे

बता दें कि चौधरी इरशाद 2005 से 2010 तक जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं. इससे पहले 2002 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा सीट सरसावा ( जो वर्तमान में नकुड़ है ) से चुनाव लड़े थे और बसपा में रहे डॉ धर्म सिंह सैनी से महज 3000 हजार वोटों से पराजित हो गए थे. इसके बाद चौधरी इरशाद ने सपा छोड़ बसपा का दामन थाम लिया. कई बार बसपा सुप्रीमो मायावती से हुई मुलाकातों के बाद 61 साल के इरशाद को गंगोह सीट पर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी बनाकर भरोसा जताया है.

बीजेपी शासन में भुखमरी की कगार पर पूरा देश

स्थानीय मुद्दे गिनाते हुए चौधरी इरशाद ने कहा कि देश की जनता सब जानती है. आज देश के क्या हालात हैं? बीजेपी शासन में पूरा देश आज भुखमरी की कगार पर है. बहुजन समाज पार्टी सर्व सामज की पार्टी है. गंगोह विधानसभा क्षेत्र में बसपा का अपना इतना वोट है कि वे अच्छे मतों से जीत सकती है. आज देश को बहुजन समाज पार्टी की जरूरत है इसलिए वे चुनाव मैदान में उतरे हैं. पूर्व में रही बसपा शासन ने सबसे ज्यादा काम किए हैं, जबकि इसके बाद प्रदीप चौधरी चाहे कांग्रेस से विधायक रहे हो या फिर बीजेपी से विधायक चुने गए हो. उन्होंने कही भी कोई कार्य नहीं कराया.

बीजेपी नेता विकास कार्यों में विश्वास नहीं रखते

उन्होंने खुद भी सभी गांव में योजनाओं के मुताबिक कार्य कराए हैं. यहीं वजह है कि हर गांव के ग्रामीण उन्हें भरपूर समर्थन दे रहे हैं. बसपा और बीजेपी विधायकों द्वारा कराए गए विकास कार्यों की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि जितने गांव में हम दौरा कर रहे हैं. 80 फीसदी से ज्यादा बसपा विधायक महिपाल माजरा द्वारा कराए गए कार्य ही दिख रहे हैं. बीजेपी विधायक पर सवाल खड़े करते हुए चौधरी इरशाद ने कहा कि बीजेपी नेता विकास कार्यों में विश्वास नहीं रखते, ये केवल हिन्दू-मुस्लिम की बात करके देश को तोड़ना चाहते है, देश को बर्बाद करना चाहते है. जनता इस बात को समझ चुकी है.

गंगोह क्षेत्र गुर्जर बाहुल्य क्ष्रेत्र

कांग्रेस और सपा प्रत्याशी चौथे नम्बर की लड़ाई लड़ने का काम कर रहे हैं. जातीय समीकरण की बात करे तो यहां तीन प्रत्याशी गुर्जर बिरादरी से आ रहे हैं और गंगोह क्षेत्र गुर्जर बाहुल्य क्ष्रेत्र है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि उपचुनाव में जातीय समीकरण पर चुनाव होगा. क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी भी इस सीट को जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं कस्बा गंगोह में लाभार्थी मेले की अध्यक्षता कर 450 करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का लोकापर्ण और शिलान्यास कर चुके हैं.

Intro:सहारनपुर : उतर प्रदेश में 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों को सभी राजनीतिक दल मैदान में आ गए है। जहां कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद के भाई नोमान मसूद को टिकट देकर एक बार फिर भरोसा जताया है वहीं समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री चौधरी यशपाल सिंह के बेटे इन्द्रसेन को चुनाव मैदान में भेजने का काम किया है। इस बार के चुनाव की खास बात ये है कि उपचुनाव से दूर रहने वाली बहुजन समाज पार्टी ने भी चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। जिसके चलते बसपा सुप्रीमो मायावती ने सभी 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुनावी बिगुल बजा दिया है। सहारनपुर की गंगोह विधानसभा सीट की बात करें तो यहां बसपा ने पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रहे चौधरी इरशाद को प्रत्याशी के रूप में उतारा है। ईटीवी ने बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद से बातचीत की तो उन्होंने न सिर्फ बीजेपी सरकार को घेरने का काम किया हैं बल्कि कांग्रेस की नीतियों पर भी सवाल खड़े किए है। ईटीवी से EXCLUSIVE बातचीत में बसपा प्रत्याशी चौधरी इरशाद ने जहां गंगोह विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को गिनाया है वहीं पूर्व में बसपा शासन काल पार्टी के विधायक को विकास कार्यो का श्रेय दिया है। उनका कहना है कि गंगोह विधानसभा क्षेत्र में ज्यादातर विकास कार्य 2007 मे आई बसपा सरकार में कराए गए थे उसके बाद जीत कर आये कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी अपनी निधि से इक्का दुक्का काम ही करा पाए है। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद और प्रत्याशी नोमान मसूद पर बोलते हुए कहा कि जिस तरह जनता ने उन्हें लोकसभा चुनाव में जवाब दिया है उसी तरह गंगोह विधानसभा सीट पर होने वाले चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी को चौथे नंबर पर पहुंचा देगी।


Body:VO 1 - आपको बता दें कि चौधरी इरशाद 2005 से 2010 तक जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके है। जबकि इससे पहले 2002 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा सीट सरसावा ( जो वर्तमान में नकुड़ है ) से चुनाव लड़े थे और बसपा में रहे डॉ धर्म सिंह सैनी से महज 3000 हजार वोटो से पराजित हो गए थे। इसके बाद चौधरी इरशाद सपा छोड़ बसपा का दामन थाम लिया। कई बार बसपा सुप्रीमो मायावती से हुई मुलाकातों के बाद 61 साल के इरशाद को गंगोह सीट पर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी बनाकर भरोसा जताया है। चौधरी इरशाद के प्रत्याशी बनाये जाने पर जहां समर्थकों में जश्न का माहौल है वही चौधरी इरशाद भी अपनी जीत को लेकर शत प्रतिशत आश्वस्त नजर आ रहे है। ईटीवी पर EXCLUSIVE बातचीत में टिकट होने पर सबसे पहले पार्टी अध्यक्ष मायावती का आभार जताया। इसके बाद उन्होंने स्थानीय मुद्दे गिनाते हुए कहा कि देश की जनता सब जानती है कि आज देश के क्या हालात है। बीजेपी शासन में पूरा देश आज भूखमरी के कगार पर है। वे पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रहे है उस दौरान उन्होंने गंगोह विधानसभा क्षेत्र में 80 फीसदी गांवो में विभिन्न विकास कार्य कराए थे। बावजूद इसके इन दिनों स्थानीय मुद्दे इतने है कि गिनाने लगे तो शाम हो जाएगी। बहुजन समाज पार्टी सर्वसामज की पार्टी है। गंगोह विधानसभा क्षेत्र में बसपा का अपना इतना वोट है कि वे अच्छे मतों से जीत के पास बैठे है। आज देश को बहुजन समाज पार्टी की जरूरत है इसलिए वे चुनाव मैदान में उतरे हैं। पूर्व में रही बसपा शासन की तारीफ करते हुए कहा कि बहुजन समाज पार्टी की सरकार ने सबसे ज्यादा काम किये है। जबकि इसके बाद प्रदीप चौधरी चाहे कांग्रेस से विधायक रहे हो या फिर बीजेपी से विधायक चुने गए हो लेकिन उन्होंने कही भी कोई कार्य नही कराया है। चुनावी जनसंर्पक के दौरान किसी भी ग़ांव में बसपा विधायक महिपाल माजरा और सांसद मंसूर अली खान द्वारा कराए गए विकास ही दिखाई दे रहे है। इतना ही नही खुद की तारीफ करते हुए कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष रहते हूए उन्होंने खुद भी सभी ग़ांव मे योजनाओ के मुताबिक कार्य कराए है। यही वजह है कि हर ग़ांव के ग्रामीण उन्हें भरपूर समर्थन दे रहे है। बसपा और बीजेपी विधायको द्वारा कराए गए विकास कार्यो की तुलना करते हुए उन्होंने बताया कि जितने ग़ांव में हम दौरा कर रहे हैं। 80 फीसदी से ज्यादा बसपा विधायक महिपाल माजरा द्वारा कराए गए कार्य ही दिखे है, जिनकी ग्रामीणों ने तारीफ भी की है। वही बीजेपी विधायक पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि बीजेपी नेता विकास कार्यो में विश्वास नही रखते ये तो केवल हिन्दू मुस्लिम की बात करके देश को तोड़ना चाहते है। देश को बर्बाद करना चाहते है। इसलिए विधानसभा की जनता पूरे देश प्रदेश के लोग इस बात को समझ चुके है कि बीजेपी का झूठ ज्यादा दिन तक नही चेलगा। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद को घेरते हुए बोले कि गंगोह विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के नेता भी जिनके बारे में सब जानते है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सहारनपुर की जनता ने कांग्रेस के इमरान मसूद को भारी मतों से हराकर बसपा के फजलुर्रहमान को सांसद चुनकर संसद भेजा है। बीजेपी से विधायक रहे प्रदीप चौधरी ( जो अब सांसद है ) द्वारा विकास कार्यो के सवाल पर उन्होंने बताया कि गंगोह विधानसभा से प्रदीप चौधरी दो बार विधायक चुने गए। उन्होंने अपनी निधि से थोड़े बहुत काम ही कराए है लेकिन धरातल पर कोई बड़ा काम दिखाई नही दे रहा है। उनका दावा है कि गंगोह क्षेत्र में बसपा से ज्यादा विकास कार्य किसी भी पार्टी की सरकार ने नही कराए है। उपचुनाव में मोदी लहर के सवाल पर उन्होंने बताया कि वर्तमान में बसपा के पास इतना वोट है कि भाजपा के वोट का कुछ पता नही चलेगा। आज देश की जनता बहुत त्रस्त हो चुकी है। तेल के दाम आसमान छू रहे है, किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान नही हुआ है। जिससे किसान भूखमरी के कगार पर पहुंच गया है। किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे है। बीजेपी के नेता केवल झूठ के बल पर राजनीति कर रही है। मुकाबले की बात करे तो बसपा प्रत्याशी ने अपना सीधा मुकाबला बीजेपी से मान कर चल रहे है। जबकि कांग्रेस और सपा प्रत्याशी चौथे नम्बर की लड़ाई लड़ने का काम कर रहे है। जातीय समीकरण की बात करे तो यहां तीन प्रत्याशी गुर्जर बिरादरी से आ रहे है। और गंगोह क्षेत्र गुर्जर बाहुल्य क्ष्रेत्र है। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि उपचुनाव में जातीय समीकरण पर चुनाव होगा। क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी भी इस सीट को जीतने में कोई कसर नही छोड़ रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ स्वम कस्बा गंगोह में लाभार्थी मेले की अध्यक्षता कर 450 करोड़ से ज्यादा की योजनाओ का लोकापर्ण ओर शिलान्यास कर चुके है।

बाईट - चौधरी इरशाद ( बसपा प्रत्याशी गंगोह )


Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
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9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:20 PM IST
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