सहारनपुर: पूरा देश आज 75वें स्वतंत्रता दिवस को अमृत महोत्सव के रूप में धूम धाम से मना रहा है. जहां PM मोदी के आह्वान पर हर घर तिरंगा फहराया गया है. वहीं, फतवों की नगरी एवं विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद में स्वतंत्रता दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. ऐसा पहली बार हुआ है कि, जब दारुल उलूम देवबंद के चारों मुख्य द्वारों पर राष्ट्रीयध्वज फहराया गया है. अब से पहले दारुल उलूम के एक ही मुख्य द्वार पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता रहा है.
75वें जश्न ए आजादी के मौके पर दारुल उलूम के छात्रों में खासा उत्साह देखा गया. दारुल उलूम के छात्रों ने हाथों में तिरंगा लेकर जश्न ए आजादी के महापर्व को मनाया. इस दौरान उलेमा ने तलबा को मुल्क की आजादी में उलेमा के किरदार को बताते हुए उन्होंने कहा कि, मुल्क को आजाद कराने में देवबंदी उलेमाओं अहम योगदान रहा है.
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झंडा रोहन के बाद राष्ट्रगान गाया गया. इसके बाद मोहतमिम मौलाना अबुल कासिम नोमानी ने तलबा ( छात्रों ) को संबोधित करते हुए कहा कि, हिंदुस्तान की आजादी में उलेमा की कुर्बानियों का बेमिसाल इतिहास है. इसे कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता. अनेकों उलेमाओं ने न सिर्फ अपनी कुर्बानी दी है. बल्कि, मुल्क को आजादी कराने में अहम योगदान रहा है.
नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी ओर मौलाना अरशद मदनी ने तलबा से कहा कि, मुल्क की हिफाज़त करना हमारा फर्ज है. मुल्क की आजादी के लिए दारुल उलूम के उलेमा सभी मज़हब के लोगों के साथ बिना भेदभाव कंधे से कंधा मिलाकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी. इसे कभी भी भुलाया नही जा सकता. भविष्य में भी कभी हमारे देश पर कोई संकट आया तो उसके लिए हम सभी को तैयार रहना होगा.
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