सहारनपुर: भारतीय सेना के जवान अब योग साधना से दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए तैयार हो गए. जहां नैपोलियन बोनापार्ट चलते घोड़े की पीठ पर नींद की झपकी ले लेते थे. वहीं हमारी सेना के जवान घोड़े की पीठ पर योग साधना के साथ जागकर देश की सुरक्षा करेंगे. सहारनपुर के सैन्य प्रशिक्षण संस्थान में सिहांसन के दौरान दहाड़ते जवानों की ये तस्वीरें दुश्मनों के पसीने छुड़ाने के लिए काफी है. विश्व प्रसिद्ध योग गुरु पद्मश्री भारत भूषण ने बताया कि "मन के घोड़े पर लगाम, विजयी मुस्कान" स्लोगन के साथ अश्वरोही योग की यह प्रस्तुत्ति भारत में ही नहीं दुनिया मे पहली बार की गई.
मनाया जा रहा विश्व योग दिवस
- प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर दुनिया के तमाम देशों में 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जा रहा है.
- जिले के सैन्य प्रशिक्षण संस्थान में सेना के जवानों ने घोड़े की पीठ पर योगासन कर देश में ही नहीं विश्व में अनोखा कारनामा कर दिखाया है.
- यह अनोखी पहल मोक्षायतन योग संस्थान के संस्थापक एवं योगगुरु पद्मश्री भारत भूषण के नेतृव में सेना के जवानों ने संभव कर दिखाया है.
- ईटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में योग गुरु ने बताया कि योग का विषय मन है और मन सबसे ज्यादा चंचल है.
- उन्होंने बताया कि योग को लेकर भगवान कृष्ण जी अर्जुन से कहते हैं कि हे अर्जुन तुम 24 घंटे योगी हो तो मेरे सैनिक तो घोड़े की पीठ पर रहते हैं.
घोड़े की पीठ पर योग कर किया आश्चर्य
- योगगुरु पद्मश्री भारत भूषण ने बताया कि वे योग कार्यक्रम कराने कई देशों में जाते रहते हैं.
- उन्होंने बताया लेकिन उन्हें कहीं भी घोड़े की पीठ पर योगाभ्यास नहीं देखने को मिला.
- पहली भारत में ही नहीं पूरे विश्व में घोड़े की पीठ पर योगाभ्यास किया गया.
- अश्वारोही योग का जो सपना योग गुरु ने देखा था, आज वह लगभग पूरा हो गया.
- अश्वारोही योग यानी घोड़ों के ऊपर योगाभ्यास पहली बार सहारनपुर में सेना के जवानों द्वारा किया गया.
- योगगुरु ने भारतीय सेना के सहारनपुर के रिमांड के कमांडेंट मंगल सिंह के माध्यम से उच्च अधिकारियों की सहमति लेकर आगे बढ़ कर यह प्रयोग किया.
- पिछले 2 महीने से सेना के जवानों की यह ट्रेनिंग चल रही थी.
- उन्होंने कहा कि नेपोलियन बोनापार्ट घोड़े पर सफर करते हुए उसकी पीठ पर ही सो जाते थे.
- योग गुरु ने कहा मन में विचार आया कि हम घोड़े की पीठ पर योग के माध्यम से जागृति का संदेश देने का काम करेंगे.