सहारनपुर: लोकसभा के बाद मंगलवार को तीन तलाक बिल राज्यसभा में भी पास हो गया. बिल पास होने पर देवबन्दी उलेमा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इस बिल का विरोध किया है. इस सिलसिले में जब दारुल उलूम जकरिया के उस्ताद मुफ्ती शाहनवाज खान से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि यह बिल महिलाओं और पुरूष दोनों के लिए ही परेशानी खड़ा करने वाला है.
ट्रिपल तलाक पर उलेमा ने दी प्रतिक्रिया-
- बिल पास होने पर देवबन्दी उलेमा ने प्रतिक्रिया देते हुए इस बिल का विरोध किया.
- दारुल उलूम जकरिया ने कहा कि यह बिल महिलाओं और पुरूष दोनों के लिए ही परेशानी खड़ा करने वाला है.
- उन्होंने कहा कि इस बिल का लाभ दोनों में से किसी को भी नहीं मिलेगा.
- उनका कहना है कि शरीयत के अंदर निकाह को एक कॉन्ट्रैक्ट का रूप दिया गया है, जिसमें अगर महिला और पुरूष के विचार आपस मे नहीं मिलते तो वे एक दूसरे से अलग हो सकते हैं.
- इस बिल का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि अगर किसी मर्द ने अपनी औरत को एक तलाक दिया हो और उसकी पत्नी ने कोर्ट में तीन तलाक बताया हो तो पति को तीन साल की कैद होगी.
- उन्होंने कहा कि शरीयत के हिसाब से यदि पति ने एक तलाक दिया है तो तीन महीने के बीच में पति अपनी पत्नी से रजत कर उसे वापस निकाह में ला सकता है.
- इस बिल से महिला चाहकर भी दूसरे मर्द से शादी नहीं कर सकती, उसे तीन साल तक पति का इंतजार करना होगा.