ETV Bharat / state

पुलिस पर हमला करने वाला आरोपी अस्पताल से फरार - धारा 307 का आरोपी अस्पताल से फरार

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में पुलिस पर हमला करने वाले धारा 307 का आरोपी अस्पताल से फरार हो गया. उसे पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था. यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है.

accused escaped from hospital in saharanpur
पुलिस पर हमला करने वाला आरोपी अस्पताल से फरार.
author img

By

Published : Apr 22, 2021, 8:17 AM IST

सहारनपुर: पुलिस टीम पर पथराव व हमला करने के आरोपी को बेहट पुलिस बाइज्जत अस्पताल में छोड़ चली गई, जिसके बाद धारा 307 का आरोपी अस्पताल से फरार हो गया. अब सवाल ये उठता है कि जरा जरा सी बात पर आम लोगों को लॉकअप में बन्द करने वाली पुलिस 307 के आरोपी पर इतनी मेहरबान क्यों है...?? मामले को लेकर इलाके में पुलिस और अपराधी के बीच सांठ गांठ की चर्चाएं भी जोरों पर है.

आरोपी अस्पताल से फरार.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, पूरा मामला जनपद सहारनपुर की कोतवाली बेहट पुलिस से जुड़ा है. त्रिस्तरीय चुनाव के दिन यानि 15 अप्रैल को कोतवाली बेहट के गांव खिड़का जुनारदार में दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया था. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव व हमला किया गया था, जिसको लेकर पुलिस की ओर से करीब 16 लोगों को नामजद करने के साथ ही 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. मामले को लेकर पुलिस कुछ अभियुक्तों को जेल भी भेज चुकी है, लेकिन नामजद एक अभियुक्त पर पुलिस की रहमदिली और नजरे करम चर्चा का विषय बना हुआ है.

घटना सीसीटीवी में कैद

जानकारी के मुताबिक, 18 अप्रैल की शाम 112 गाड़ी में पुलिस जुबैर पुत्र शकील निवासी खिड़का जुनारदार को लेकर बेहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचीं. कुछ ही देर में बेहट कोतवाली में तैनात दारोगा व अन्य पुलिसकर्मी भी सीएचसी पहुंचे और स्ट्रेचर पर पड़े युवक व उसके अन्य साथियों से बात की. बात करने के बाद बेहट पुलिस थाने की सरकारी गाड़ी में बैठ कर अस्पताल से चले गए. उसके थोड़ी ही देर बाद स्ट्रेचर पर पड़ा युवक भी अपने साथी की बाइक पर बैठकर अस्पताल से निकल गया. यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई.

ये भी पढे़ं: डॉक्टर के मकान में चल रहा था देह व्यापार, महिला सहित 4 गिरफ्तार

अस्पताल के रिकॉर्ड के मुताबिक, पुलिस जिस युवक को बाइज्जत अस्पताल में छोड़कर चली गई, उस जुबैर पुत्र शकील के खिलाफ हमला करने की धारा 307 सहित करीब 11 अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है. अब सवाल यह उठता है कि मुकदमे में शामिल होने के बावजूद पुलिस ने 307 के मुलजिम को क्यों छोड़ दिया. अगर वह घायल था या बीमार था तो पुलिस उसे कस्टडी में लेकर अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करवा सकती थी.

क्षेत्र में बना चर्चा का विषय

बहरहाल जो भी हो, पुलिस की तरफ से 307 के अभियुक्त पर रहमो करम करना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. जब इस बारे में पुलिस के आला अफसरों से बात की गई तो एसएसपी डॉ. एस चनप्पा ने गोल मोल जवाब देते हुए कहा कि जुबैर को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं.

सहारनपुर: पुलिस टीम पर पथराव व हमला करने के आरोपी को बेहट पुलिस बाइज्जत अस्पताल में छोड़ चली गई, जिसके बाद धारा 307 का आरोपी अस्पताल से फरार हो गया. अब सवाल ये उठता है कि जरा जरा सी बात पर आम लोगों को लॉकअप में बन्द करने वाली पुलिस 307 के आरोपी पर इतनी मेहरबान क्यों है...?? मामले को लेकर इलाके में पुलिस और अपराधी के बीच सांठ गांठ की चर्चाएं भी जोरों पर है.

आरोपी अस्पताल से फरार.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, पूरा मामला जनपद सहारनपुर की कोतवाली बेहट पुलिस से जुड़ा है. त्रिस्तरीय चुनाव के दिन यानि 15 अप्रैल को कोतवाली बेहट के गांव खिड़का जुनारदार में दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया था. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव व हमला किया गया था, जिसको लेकर पुलिस की ओर से करीब 16 लोगों को नामजद करने के साथ ही 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. मामले को लेकर पुलिस कुछ अभियुक्तों को जेल भी भेज चुकी है, लेकिन नामजद एक अभियुक्त पर पुलिस की रहमदिली और नजरे करम चर्चा का विषय बना हुआ है.

घटना सीसीटीवी में कैद

जानकारी के मुताबिक, 18 अप्रैल की शाम 112 गाड़ी में पुलिस जुबैर पुत्र शकील निवासी खिड़का जुनारदार को लेकर बेहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचीं. कुछ ही देर में बेहट कोतवाली में तैनात दारोगा व अन्य पुलिसकर्मी भी सीएचसी पहुंचे और स्ट्रेचर पर पड़े युवक व उसके अन्य साथियों से बात की. बात करने के बाद बेहट पुलिस थाने की सरकारी गाड़ी में बैठ कर अस्पताल से चले गए. उसके थोड़ी ही देर बाद स्ट्रेचर पर पड़ा युवक भी अपने साथी की बाइक पर बैठकर अस्पताल से निकल गया. यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई.

ये भी पढे़ं: डॉक्टर के मकान में चल रहा था देह व्यापार, महिला सहित 4 गिरफ्तार

अस्पताल के रिकॉर्ड के मुताबिक, पुलिस जिस युवक को बाइज्जत अस्पताल में छोड़कर चली गई, उस जुबैर पुत्र शकील के खिलाफ हमला करने की धारा 307 सहित करीब 11 अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है. अब सवाल यह उठता है कि मुकदमे में शामिल होने के बावजूद पुलिस ने 307 के मुलजिम को क्यों छोड़ दिया. अगर वह घायल था या बीमार था तो पुलिस उसे कस्टडी में लेकर अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करवा सकती थी.

क्षेत्र में बना चर्चा का विषय

बहरहाल जो भी हो, पुलिस की तरफ से 307 के अभियुक्त पर रहमो करम करना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. जब इस बारे में पुलिस के आला अफसरों से बात की गई तो एसएसपी डॉ. एस चनप्पा ने गोल मोल जवाब देते हुए कहा कि जुबैर को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.