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भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट को हैक करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार

सहारनपुर के एक युवक ने भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट को ही हैक कर लिया था. इतना ही नहीं इसने मध्यप्रदेश के रहने वाले अपने दोस्त के साथ मिलकर करीब दस हजार वोटर आईडी कार्ड बना डाले थे.

भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट को किया था हैक
भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट को किया था हैक
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Published : Aug 14, 2021, 6:42 PM IST

सहारनपुरः भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने वाले युवक को साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके बैंक खाते से 60 लाख रुपये मिले हैं. चुनाव आयोग (EC) की वेबसाइट हैक करके फर्जी वोटर ID कार्ड बनाने के मामले की जांच अब इंटेलीजेंस ब्यूरो और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिलकर करेंगी. एजेंसियों ने सहारनपुर की साइबर सेल से पूरे मामले की जानकारी और रिकॉर्ड मंगवाया है. इस मामले में अबतक पांच आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं.

चुनाव आयोग की एक टीम भी सहारनपुर पहुंच गई है. पकड़े गए आरोपी विपुल सैनी के कंप्यूटर भी खंगाले जाएंगे. अब तक हुई जांच के मुताबिक, विपुल सैनी ने मध्य प्रदेश के हरदा के रहने वाले अपने दोस्त अरमान के साथ मिलकर तीन महीने के अंदर 10 हजार से ज्यादा फर्जी वोटर ID कार्ड बना डाले हैं. अरमान ही इसके लिए विपुल को पैसे देता था. उसके खाते में 60 लाख रुपए भी मिले हैं. उधर, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है.

वेबसाइट को हैक करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार
3 महीने से वेबसाइट हैक करके कार्ड बना रहा था

आरोपी विपुल सैनी सहारनपुर के थाना नकुड़ क्षेत्र के मच्छराखेड़ी का रहने वाला है. पूछताछ में मालूम चला है कि दोस्त अरमान मलिक के कहने पर उसने आयोग की वेबसाइट को हैक किया था. वह 10 हजार से ज्यादा वोटर आईडी कार्ड बना चुका है. आरोपी पिछले 3 महीने से भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ कर रहा था.

अब तक क्या-क्या हुआ ?

परिजनों के मुताबिक़ बुधवार में दिन के 12 बजे पुलिस ने सहारनपुर के थाना नकुड़ क्षेत्र के मच्छराखेड़ी से विपुल सैनी को गिरफ्तार किया. विपुल जन सुविधा केंद्र चलाता है. यहां लोगों के ID कार्ड, बैंक अकाउंट और सरकार से जुड़े अन्य दस्तावेजों के लिए ग्रामीण आवेदन करते थे. गुरुवार की शाम को उसे अदालत में पेश किया गया और रात को जेल भेज दिया गया. EC की टीम शुक्रवार को सहारनपुर पहुंची. यहां टीम अदालत से मंजूरी लेकर आरोपी से पूछताछ कर सकती है. इंटेलीजेंस ब्यूरो और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी जांच शुरू कर दी है. मामले में साइबर सेल से पूरी जानकारी मांगी गई है.

इसे भी पढ़ें- चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक शख्स की 'डिजिटल सेंधमारी' पर अखिलेश का ट्विटर वार

पुलिस ने रात में ही खुलवाया बैंक

साइबर सेल ने आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसके बैंक खातों की जानकारी लेने के लिए रात में ही बैंक खुलवाया. आरोपी के खाते में 3 महीने में 60 लाख रुपये आये हैं. पुलिस पता लगा रही है कि पैसा किन-किन स्थानों से आरोपी के खातों से आए है.

सहारनपुरः भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने वाले युवक को साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके बैंक खाते से 60 लाख रुपये मिले हैं. चुनाव आयोग (EC) की वेबसाइट हैक करके फर्जी वोटर ID कार्ड बनाने के मामले की जांच अब इंटेलीजेंस ब्यूरो और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिलकर करेंगी. एजेंसियों ने सहारनपुर की साइबर सेल से पूरे मामले की जानकारी और रिकॉर्ड मंगवाया है. इस मामले में अबतक पांच आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं.

चुनाव आयोग की एक टीम भी सहारनपुर पहुंच गई है. पकड़े गए आरोपी विपुल सैनी के कंप्यूटर भी खंगाले जाएंगे. अब तक हुई जांच के मुताबिक, विपुल सैनी ने मध्य प्रदेश के हरदा के रहने वाले अपने दोस्त अरमान के साथ मिलकर तीन महीने के अंदर 10 हजार से ज्यादा फर्जी वोटर ID कार्ड बना डाले हैं. अरमान ही इसके लिए विपुल को पैसे देता था. उसके खाते में 60 लाख रुपए भी मिले हैं. उधर, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है.

वेबसाइट को हैक करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार
3 महीने से वेबसाइट हैक करके कार्ड बना रहा था

आरोपी विपुल सैनी सहारनपुर के थाना नकुड़ क्षेत्र के मच्छराखेड़ी का रहने वाला है. पूछताछ में मालूम चला है कि दोस्त अरमान मलिक के कहने पर उसने आयोग की वेबसाइट को हैक किया था. वह 10 हजार से ज्यादा वोटर आईडी कार्ड बना चुका है. आरोपी पिछले 3 महीने से भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ कर रहा था.

अब तक क्या-क्या हुआ ?

परिजनों के मुताबिक़ बुधवार में दिन के 12 बजे पुलिस ने सहारनपुर के थाना नकुड़ क्षेत्र के मच्छराखेड़ी से विपुल सैनी को गिरफ्तार किया. विपुल जन सुविधा केंद्र चलाता है. यहां लोगों के ID कार्ड, बैंक अकाउंट और सरकार से जुड़े अन्य दस्तावेजों के लिए ग्रामीण आवेदन करते थे. गुरुवार की शाम को उसे अदालत में पेश किया गया और रात को जेल भेज दिया गया. EC की टीम शुक्रवार को सहारनपुर पहुंची. यहां टीम अदालत से मंजूरी लेकर आरोपी से पूछताछ कर सकती है. इंटेलीजेंस ब्यूरो और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी जांच शुरू कर दी है. मामले में साइबर सेल से पूरी जानकारी मांगी गई है.

इसे भी पढ़ें- चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक शख्स की 'डिजिटल सेंधमारी' पर अखिलेश का ट्विटर वार

पुलिस ने रात में ही खुलवाया बैंक

साइबर सेल ने आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसके बैंक खातों की जानकारी लेने के लिए रात में ही बैंक खुलवाया. आरोपी के खाते में 3 महीने में 60 लाख रुपये आये हैं. पुलिस पता लगा रही है कि पैसा किन-किन स्थानों से आरोपी के खातों से आए है.

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