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रामपुर नवाब के करोड़ों रुपये की इमारत की कीमत शून्य!

उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में नवाब रजा अली खान की सम्पत्ति का मूल्यांकन कार्य इस समय चल रहा है. इस बीच चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है. लोक निर्माण विभाग ने नवाब की करोड़ों रुपये की इमारत की कीमत शून्य बताई है, जिस पर नवाब खानदार के वारिस ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है.

building of nawab raja ali khan
रामपुर में नवाबों की करोड़ों रुपये की इमारत की कीमत शून्य.
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Published : Aug 12, 2020, 10:04 PM IST

रामपुर: रामपुर रियासत के आखिरी नवाब रजा अली खान की संपत्ति के बंटवारे का प्रकरण जिला जज न्यायालय रामपुर में लंबित चल रहा है. नवाब रजा अली खान की पूरी संपत्ति का वैल्यूएशन कर उसका बंटवारा नवाब खानदान के 16 वारिसों में किया जाना है. नवाब की चल अचल संपत्ति में बहुत सी बेशकीमती चीजें शामिल हैं, जिसमें सोना- चांदी जड़ित हथियार पिछले दिनों निकाले गए थे. इसके अलावा नवाब का पैलेस जमीन जायदाद का वैल्यूएशन भी कराया जा रहा है.

करोड़ों रुपये की इमारत की कीमत बताई गई शून्य.

पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा एक रिपोर्ट पेश की गई है, जिसमें हथियारों की वैल्यूएशन की गई है, जो लगभग 76 लाख 21 हजार 400 रुपये बैठी है. वहीं रिपोर्ट में नवाब की करोड़ों रुपये की बिल्डिंग की कीमत शून्य बताई गई है. इस वैल्यूएशन से नाखुश पूरे नवाब खानदान में असंतोष है.

नवाब खानदान के वारिस नवाब काजिम अली खान ने वैल्यूएशन से नाखुश होकर कोर्ट में वैल्यूएशन के लिए पुन: अपील करने की बात कही है. वहीं इस पूरे वैल्यूएशन के निरीक्षण में लगे कमिश्नर की मानें तो वे जल्द ही संपत्ति का पूर्ण वैल्यूएशन पर रिपोर्ट न्यायालय में पेश करेंगे. फिलहाल इस मामले में कोर्ट ने 17 अगस्त 2020 की अगली तारीख तय की है.

वैल्यूएशन की कार्रवाई से नाखुश और मूल्यांकन को कम आंकने पर नवाब खानदान के वारिस नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां ने बताया कि संपत्ति के बंटवारे के समय मैं वहां मौजूद था. जब हथियारों का मूल्यांकन हो रहा था तो पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी थे. मेरे ख्याल से कुछ गन हाउस के लोग भी थे. जो हथियारों की क्वांटिटी थी, खासतौर से जिस पीरियड के वे हैं, उनमें काफी संख्या में तलवार ही निकलीं.

नवाब काजिम अली खान ने बताया कि हथियार अलग-अलग तरीके के थे. इनमें राइफल्स, माउजर, कोल्ट और रिवॉल्वर भी थी. इतने सारे सामानों की जो कीमत लगाई गई है, मेरे हिसाब से तो टोटल अंडरवैल्यूड है. इतनी कीमत हो ही नहीं सकती है बल्कि, इससे कहीं ज्यादा कीमत है. अब मैं अपने वकील से इस बारे में चर्चा करुंगा. ये जो भी वैल्यूएशन दिया गया है, मैं उससे सहमत नहीं हूं. उन्होंने कहा कि इमारत जो 55 एकड़ जमीन में बनी हुई है, उसकी कीमत शून्य बताई गई है. यह मेरी समझ से परे है कि क्या इतनी बड़ी बिल्डिंग की कीमत शून्य है?

सरकारी वकील सौरभ सक्सेना ने बताया कि नवाब की संपत्ति के बंटवारे का प्रकरण जिला जज रामपुर के न्यायालय में लंबित चल रहा है, जिसमें मुझे व मुजम्मिल साहब को चल संपत्ति हेतु कमिश्नर नियुक्त किया गया है. इसमें हमें कुछ हथियार भी प्राप्त हुए हैं, जिनका वैल्यूएशन कराया गया है. इसकी वैल्यू लगभग 76 लाख 21 हजार 400 रुपये बैठी है. रिपोर्ट जिला जज न्यायालय में दाखिल की जा चुकी है.

ये भी पढ़ें: रामपुर: आजम खान के करीबी पूर्व सीओ आले हसन गिरफ्तार

सौरभ सक्सेना ने बताया कि अभी और चल संपत्ति बाकी है, जिसका मूल्यांकन कार्य चल रहा है. बहुत बड़ी संपत्ति होने के कारण इसमें समय भी काफी चाहिए था और अभी समय लगने की संभावना है. उन्होंने बताया कि मूल्यांकन की कार्यवाही चल रही है. जल्द ही हम मूल्यांकन पूर्ण कर रिपोर्ट न्यायालय में दाखिल कर देंगे. अब न्यायालय द्वारा 17 अगस्त की तारीख नियत की गई है.

रामपुर: रामपुर रियासत के आखिरी नवाब रजा अली खान की संपत्ति के बंटवारे का प्रकरण जिला जज न्यायालय रामपुर में लंबित चल रहा है. नवाब रजा अली खान की पूरी संपत्ति का वैल्यूएशन कर उसका बंटवारा नवाब खानदान के 16 वारिसों में किया जाना है. नवाब की चल अचल संपत्ति में बहुत सी बेशकीमती चीजें शामिल हैं, जिसमें सोना- चांदी जड़ित हथियार पिछले दिनों निकाले गए थे. इसके अलावा नवाब का पैलेस जमीन जायदाद का वैल्यूएशन भी कराया जा रहा है.

करोड़ों रुपये की इमारत की कीमत बताई गई शून्य.

पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा एक रिपोर्ट पेश की गई है, जिसमें हथियारों की वैल्यूएशन की गई है, जो लगभग 76 लाख 21 हजार 400 रुपये बैठी है. वहीं रिपोर्ट में नवाब की करोड़ों रुपये की बिल्डिंग की कीमत शून्य बताई गई है. इस वैल्यूएशन से नाखुश पूरे नवाब खानदान में असंतोष है.

नवाब खानदान के वारिस नवाब काजिम अली खान ने वैल्यूएशन से नाखुश होकर कोर्ट में वैल्यूएशन के लिए पुन: अपील करने की बात कही है. वहीं इस पूरे वैल्यूएशन के निरीक्षण में लगे कमिश्नर की मानें तो वे जल्द ही संपत्ति का पूर्ण वैल्यूएशन पर रिपोर्ट न्यायालय में पेश करेंगे. फिलहाल इस मामले में कोर्ट ने 17 अगस्त 2020 की अगली तारीख तय की है.

वैल्यूएशन की कार्रवाई से नाखुश और मूल्यांकन को कम आंकने पर नवाब खानदान के वारिस नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां ने बताया कि संपत्ति के बंटवारे के समय मैं वहां मौजूद था. जब हथियारों का मूल्यांकन हो रहा था तो पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी थे. मेरे ख्याल से कुछ गन हाउस के लोग भी थे. जो हथियारों की क्वांटिटी थी, खासतौर से जिस पीरियड के वे हैं, उनमें काफी संख्या में तलवार ही निकलीं.

नवाब काजिम अली खान ने बताया कि हथियार अलग-अलग तरीके के थे. इनमें राइफल्स, माउजर, कोल्ट और रिवॉल्वर भी थी. इतने सारे सामानों की जो कीमत लगाई गई है, मेरे हिसाब से तो टोटल अंडरवैल्यूड है. इतनी कीमत हो ही नहीं सकती है बल्कि, इससे कहीं ज्यादा कीमत है. अब मैं अपने वकील से इस बारे में चर्चा करुंगा. ये जो भी वैल्यूएशन दिया गया है, मैं उससे सहमत नहीं हूं. उन्होंने कहा कि इमारत जो 55 एकड़ जमीन में बनी हुई है, उसकी कीमत शून्य बताई गई है. यह मेरी समझ से परे है कि क्या इतनी बड़ी बिल्डिंग की कीमत शून्य है?

सरकारी वकील सौरभ सक्सेना ने बताया कि नवाब की संपत्ति के बंटवारे का प्रकरण जिला जज रामपुर के न्यायालय में लंबित चल रहा है, जिसमें मुझे व मुजम्मिल साहब को चल संपत्ति हेतु कमिश्नर नियुक्त किया गया है. इसमें हमें कुछ हथियार भी प्राप्त हुए हैं, जिनका वैल्यूएशन कराया गया है. इसकी वैल्यू लगभग 76 लाख 21 हजार 400 रुपये बैठी है. रिपोर्ट जिला जज न्यायालय में दाखिल की जा चुकी है.

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सौरभ सक्सेना ने बताया कि अभी और चल संपत्ति बाकी है, जिसका मूल्यांकन कार्य चल रहा है. बहुत बड़ी संपत्ति होने के कारण इसमें समय भी काफी चाहिए था और अभी समय लगने की संभावना है. उन्होंने बताया कि मूल्यांकन की कार्यवाही चल रही है. जल्द ही हम मूल्यांकन पूर्ण कर रिपोर्ट न्यायालय में दाखिल कर देंगे. अब न्यायालय द्वारा 17 अगस्त की तारीख नियत की गई है.

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