रामपुरः जिले में सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों की अश्लील वीडियो और फोटो बनाकर ब्लैकमेल करने वाले गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है. थाना मिलक पुलिस ने गुरुवार को गैंग के तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग के 7 लोगों के नाम और प्रकाश में आए हैं, जिनको पुलिस जल्द ही गिरफ्तार करने का दावा कर रही है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि उन्होंने अब तक कितने लोगों से इस तरह से ब्लैकमेल कर धन उगाही की है.
वीडियो कॉल करके बनाया अश्लील वीडियो और फोटो
कोतवाली मिलक क्षेत्र निवासी सुरेश गंगवार ने 24 मई को कोतवाली मिलक पर एक सूचना दी कि 22/ 23 मई की रात को व्हाट्सएप पर उनको एक वीडियो कॉल आई. वीडियो कॉलिंग के जरिए अश्लील लड़की की वीडियो दिखाई. उसके बाद उन्होंने फोन बंद कर दिया. कुछ देर बाद उन्हें युवती और उनका फोटो और बातचीत वीडियो क्लिप भेजा गया. कुछ देर बाद फोन करके फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देते 20 हजार रुपये की मांग की. आरोपियों ने धमकी दी कि पैसे नहीं दिए तो फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे. इसकी सूचना सुरेश गंगावार ने कोतवाली मिलक में दी. इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सर्विलांस टीम की मदद ली और गुरुवार को तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.
तीन आरोपियों ने जुर्म कबूला
पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने बताया 24 मई को कोतवाली मिलक पर एक शिकायत आई थी. जिसमें सुरेश गंगवार ने बताया उनको नए नंबर से वीडियो कॉल आई और 1 मिनट का नंगी लड़की का वीडियो दिखाया. उसके बाद उन्होंने फोन को काट दिया. दोबारा उनको फोन आया और उनसे 20 हजार रुपये की डिमांड की गई और स्क्रीनशॉट और नग्न लड़की के फोटो भेजे गए. इस संदर्भ में कोतवाली मिलक में मुकदमा दर्ज कर जांच की गई तो कुछ लोगों के नाम प्रकाश में आए. इसके बाद थाना मिलक क्षेत्र से आमिर, मुस्तकीम निवासी थाना कैथवाडा भरतपुर राजस्थान और इमरान निवासी थाना टांडा रामपुर को गिरफ्तार कर लिया. इन तीनों ने पूछताछ में अपना जुर्म कुबूल किया है.
फर्जी फेसबुक आईडी से लोगों को फंसाते थे शातिर
पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सुरेश गंगवार को अश्लील वीडियो दिखाकर पैसे की मांग की थी. उन्होंने बताया कि वह फेसबुक पर मीना प्रताप सिंह नाम की महिला का फोटो इस्तेमाल कर फर्जी आईडी बनाई थी. इसके बाद लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर अपने फ्रेंड्स बनाए और लोगों से बात करते हैं. इस दौरान व्हाट्सएप नंबर लेकर उनको वीडियो कॉलिंग से लोगों की अश्लील वीडियो बना लेते थे. वीडियो रिकॉर्ड करके स्क्रीनशॉट लेकर लोगों को भेजते थे और उनसे पैसे की मांग करते थे.
पुलिस बनकर भी करते थे लोगों को फोन
आरोपियों ने बताया कि लोगों को क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बन कर भी फोन करते थे और यूट्यूब के अधिकारी बन कर भी लोगों को डराते धमकाते थे कि आपका वीडियो अपलोड हो रहा है. आप अगर पैसा नहीं देंगे तो वीडियो अपलोड हो जाएगा और पुलिस आपको अरेस्ट कर लेगी. एसपी शगुन गौतम ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के फोन में और भी कई वीडियो मिले हैं. इस गैंग में ज़्यादातर लोग राजस्थान के भरतपुर जिले के हैं. यह लोग पूरे भारत में कहीं भी किसी को कॉल करके फंसाते हैं और फोन करके ऑनलाइन पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवाते हैं.
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एसपी ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की
पुलिस अधीक्षक लोगों से अपील की कि व्हाट्सएप पर कोई भी अंजान नंबर से कॉल आती है तो उसे पिक न करें अगर. फोन करके कोई अश्लील वीडियो या अश्लील फोटो दिखाता है तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें. खुद का आपत्तिजनक स्थिति में अपना कोई वीडियो या फोटो न खींचे. फेसबुक पर किसी की फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है और आप उसे नहीं जानते हैं तो उसे एक्सेप्ट न करें.