रामपुर : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने चुनाव से कुछ दिन पहले जो घोषणाओं का पिटारा खोला, उस पर रामपुर के नौजवानों की राय उभरकर सामने आने लगी है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही योगी सरकार की और से करोड़ों रूपये की विकास योजनाओं की घोषणा और लोकार्पण-शिलान्यास किया गया.
इस दौरान प्रधानों के मानदेय बढाने, आंगनबाड़ी आशाओं के वृद्धा पेंशन डबल करने, ई-श्रमकार्ड समेत अन्य योजनाओं की घोषणा भी की गई. इसपर रामपुर के नौजवानों से बात की गई तो उन्होंने इसे सिर्फ चुनावी करार दिया. एक रिपोर्ट..
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. रामपुर में दूसरे चरण में यानी 14 फरवरी को मतदान होगा. इसे लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कुछ योजनाओं की घोषणा की थी.
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इसे लेकर युवाओं से बात की गई. इस दौरान शाहनवाज सुल्तान ने कहा कि जिन लोगों का मानदेय बढ़ाया गया है, उन्हें रोजगार मिला हुआ है. टीईटी की परीक्षा में पर्चा लीक हुआ. जितने भी छात्र-छात्राएं थे, सब निराश लौटे.
वहीं, शरीफ ने कहा कि प्रधानों का आंगनबाड़ी वर्कर व आशा वर्कर का मानदेय बढ़ाने का मकसद क्या है. समाजवादी सरकार में जो शिक्षामित्र थे, उनको हटा दिया गया. सभी ने इसका विरोध किया. पर योगी सरकार ने अपना निर्णय नहीं बदला.
दिनेश यादव ने कहा कि जनता जाग चुकी है. उसे सही और गलत का अंतर पता है. उस्मान और वसी अहमद ने भी सरकारी वैकेंसी के न भरे जाने की बात कही. हालांकि योगी सरकार में माफिया राज खत्म होने, कोरोना पर कंट्रोल किए जाने और कानून व्यवस्था आदि मुद्दों पर सरकार की प्रशंसा भी की.