रामपुर: इन दिनों जिला अस्पताल में आवारा कुत्तों का आतंक है. कुत्तों से न केवल मरीजों के तीमारदार बल्कि अस्पताल स्टॉफ भी परेशान है. यहां के जिला अस्पताल में कुत्ते आवारा घूमते हैं और आए दिन किसी न किसी व्यक्ति को काटते हैं. इसे लेकर जिला अस्पताल की सीएमएस ने कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर पालिका को पत्र लिखा है, लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है.
जिला अस्पताल में आए दिन लोगों को कुत्तों के द्वारा काटे जाने के मामले सामने आ रहे हैं. इतना ही नहीं आवारा कुत्तों ने जिला अस्पताल को ही अपना बसेरा बना लिया है. यहां कुत्ते मौका लगते ही मरीज और तीमारदारों को अपना शिकार बना लेते हैं, जबकि जिला अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन की भी किल्लत बनी रहती है. वहीं नगर पालिका प्रशासन द्वारा अभी तक ऐसे आवारा कुत्तों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
इस मामले पर महिला अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉ. भरत सिंह ने बताया हमने सीएमएस मैडम को भी इसके बारे में अवगत कराया था. अस्पताल में काफी आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं. कुत्तों से यहां आने वाले मरीजों को भी खतरा बना रहता है. गर्मी का सीजन है ऐसे में आस पास के सारे कुत्ते अस्पताल में ही डेरा जमाए हुए हैं.
इसे लेकर प्रशासन और नगर पालिका को कई बार रामपुर जिला चिकित्सालय की ओर से पत्र लिखा है, लेकिन अभी तक प्रशासन या नगर पालिका की ओर से आवारा कुत्तों को पकड़ने की कोई भी प्रक्रिया नहीं की गई है. आवारा कुत्तों का जिला चिकित्सालय के अंदर रहना खतरे से खाली नहीं है. इससे बीमारियां भी पैदा हो सकती हैं.
-शशि गुप्ता, सीएमएस, महिला अस्पताल