रामपुरः जिले की बिलासपुर विधानसभा में बुधवार को सपा कार्यकर्ताओं ने सांसद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्लाह की रिहाई को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव और आजम खान जिंदाबाद के नारे लगाए. इससे पहले समाजवादी पार्टी नेता संतोष शर्मा के नेतृत्व में महेश गार्डन में विशाल सभा का आयोजन किया गया. इसके बाद सपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च निकालकर उप जिलाधिकारी बिलासपुर को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन के माध्यम से सांसद आजम खान और अब्दुल्ला की रिहाई की मांग की.
सपा नेता संतोष शर्मा ने बताया कि आजम खान और उनके बेटे की रिहाई के लिए पिछले 6 माह से सपा चली गांव की ओर अभियान के तहत लगभग 10000 लोगों से हस्ताक्षर कराए हैं. संतोष शर्मा ने बताया कि आजम खान और उनके उनके परिवार पर लगे फर्जी मुकदमों के लिए हस्ताक्षर अभियान और प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन जानबूझकर आजम खान और उनके परिजनों पर फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं. क्योंकि वह एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने देश के विकास के लिए रामपुर के विकास के लिए प्रदेश के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी.
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संतोष शर्मा ने कहा कि जो योगी नहीं कर पाए वह आजम खान और अखिलेश यादव दोनों ने मिलकर किया था. सपा सरकार के शासनकाल को आज भी जनता याद करती है. उन्होंने यूपी में कानून व्यवस्था को चौपट बताया. हाथरस कांड का जिक्र करते हुए संतोष शर्मा ने कहा कि वहां बलात्कार के बाद बिटिया की डेड बॉडी परिजनों से छीन ली गई और उसे जला दिया गया.
उन्होंने कहा कि एक रात की बहू खुशी दुबे आज भी जेल में बंद है, लखीमपुर में किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी गई. ये घटनाएं यूपी में कानून व्यवस्था बताने के लिए काफी हैं. संतोष शर्मा ने कहा कि पुलिस उन्हें ज्ञापन देने जाने से रोका है, क्योंकि सरकार की हवा निकली हुई है. सरकार नहीं चाहती कि समाजवादी पार्टी का कोई जुलूस या धरना सड़कों पर आए.
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