रामपुर: महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए चलाए गए मिशन शक्ति अभियान को आगे बढ़ाते हुए एक नई पहल के तहत रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने कुछ घंटे के लिए रामपुर जिले की कमान बेटियों के हाथ में दे दी. जिलाधिकारी से लेकर एडीएम, एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक सहित कुल 65 सरकारी पदों पर 2 घंटे तक बेटियों का राज रहा. रामपुर जिले की टॉपर छात्राओं को अधिकारियों की कुर्सियों पर न सिर्फ बैठाकर औपचारिकता पूरी की गई, बल्कि उनको पूरी तरह सरकारी कार्यों से अवगत कराते हुए आदेश भी पारित कराये गए. इस मौके पर जिले के आला अधिकारी डीएम, एसपी इन बेटियों के सहायक के रूप में मौजूद रहकर सरकारी प्रक्रियाओं से अवगत कराते रहे.
रामपुर में गुरुवार को जिले की कमान बेटियों के हाथ में रही. सुबह 10 बजे जैसे ही सरकारी कार्यालय खुले उसमें बैठने वाले आला अधिकारियों की कुर्सियों पर रामपुर जिले की टॉपर लड़कियां आसीन दिखी. उल्लेखनीय कार्य करने वाली छात्राओं को न केवल बैठाया गया, बल्कि उनको सरकारी कार्यों से अवगत कराते हुए जनता की फरियाद सुनने का और उन पर कार्रवाई करते हुए आदेश देने का भी मौका दिया गया. यह पहल मिशन शक्ति अभियान को आगे बढ़ाते हुए रामपुर के जिलाधिकारी अंजनेय कुमार सिंह ने की. इसमें रामपुर जिले की टॉपर छात्राओं और उल्लेखनीय कार्य करने वाली छात्राओं के हाथों में रामपुर पुलिस और प्रशासन सहित 65 सरकारी विभागों की कमान दे दी गई. इस मौके पर संबंधित अधिकारी इन बेटियों के सहायक के रूप में मौजूद रहे.
नामित अधिकारियों का अनुभव
रामपुर जिले की टॉपर रही इकरा बी ने यह ख्वाब में भी नहीं सोचा था कि वह अपनी पढ़ाई पूरी करने से पहले ही 1 दिन रामपुर के डीएम की कुर्सी पर विराजमान होकर जनता की समस्याओं को सुनेंगी. यह अनुभव वह शायद ही अपने जीवन से भुला पाएंगी. इकरा बी का कहना है कि कुर्सी पर बैठने के बाद प्रशासन के उच्च पद पर पहुंचने की उमंग उनमें जाग गई है.