रामपुरः जिले के इंग्लिश मीडियम स्कूल तीन महीने की फीस जमा करने के लिए लगातार अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं, जिसको लेकर बुधवार को अभिभावक भीख मांगने सड़कों पर निकल पड़े. दरअसल अभिभावकों ने भीख मांग कर फीस देने का निर्णय लिया है.
'नो स्कूल नो फीस' अभियान
जिले में तालीम तरबियत वेलफेयर सोसाइटी के प्रबंधक फैसल खान लाला ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ 'नो स्कूल नो फीस' अभियान शुरू किया है, जो अब जोर पकड़ता जा रहा है. बुधवार को जिले में अभिभावकों ने भीख मांगकर कुछ पैसे इकट्ठा किए और उसे 'नो स्कूल नो फीस' अभियान की अगुवाई कर रहे फैसल खान लाला को सौंप दिया. इस दौरान अभिभावकों ने कहा कि इस पैसे से इंग्लिश मीडियम स्कूलों की मदद की जाएगी, ताकि वह अपने स्टाफ और शिक्षकों का वेतन दे सकें.
मैसेजेस भेजकर फीस का दबाव
तालीम तरबियत वेलफेयर सोसाइटी के प्रबंधक फैसल खान लाला ने कहा कि अभिभावक लगातार फीस की समस्या को लेकर उनके पास आ रहे हैं. अभिभावकों का कहना कि लॉकडाउन के कारण सारा काम बंद है, जिसकी वजह से वह स्कूलों की फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं और स्कूलों की तरफ से मैसेजेस भेजकर फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है. फीस जमा करने के लिए अभिभावकों ने सड़क पर भीख मांगी है. इकट्ठा किए हुए पैसों को स्कूलों को दे दिया जाएगा.