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रामपुर: जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर सरकारी चकरोड़ों की पैमाइश शुरू - चकरोड़ों की पैमाइश शुरू

जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर सरकारी चकरोड की पैमाइश का काम जिला प्रशासन ने शुरू किया. आरोप है कि आजम खां ने सरकारी जमीन पर यूनिवर्सिटी के कई भवन बनाए हैं.

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जौहर यूनिवर्सिटी में चकरोड़ों की पैमाइश शुरू.
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Published : Jan 30, 2020, 10:14 PM IST

रामपुर: राजस्व परिषद इलाहाबाद में जौहर ट्रस्ट की याचिका खारिज होने के बाद रामपुर प्रशासन हरकत में आ गया है. प्रशासन ने गुरुवार को जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर सरकारी चकरोड की पैमाइश का काम शुरू किया. कुछ दिन पहले शासन ने आलियागंज गांव के किसानों की जमीन पर कब्जा दिलवाया था, लेकिन अब ग्राम समाज की चकरोड भी खाली करवाई जाएंगी. बताया जा रहा है कि किसानों की जमीन पर जाने का रास्ता नहीं था. प्रशासन ने किसानों को उनकी जमीन पर जाने के लिए चकरोड की पैमाइश शुरू कर दी है. इस दौरान जिले के कई अधिकारी भी मौजूद रहे.

जौहर यूनिवर्सिटी में चकरोड़ की पैमाइश शुरू.

सरकारी जमीनों पर कई भवन बने होने की आशंका
उप जिलाधिकारी प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया कि हमारे करीब 11 चकरोड और रास्ते के नाम से सरकारी अभिलेखों में करीब 17 बीघे जमीन दर्ज थी. जो 132 सार्वजनिक उपयोग के लिए थे. जिसे आजम खां ने अवैध तरीके से चेंज करके रास्ते में मिला लिया गया है. इसी जमीन पर यूनिवर्सिटी के कई भवन भी बन गए हैं.

चकरोड़ की हो रही पैमाइश
इसी संबंध में पहले आयुक्त महोदय के यहां से जमीन का आवंटन खारिज हो गया. इसके बाद मामला राजस्व परिषद में गया. परिषद ने भी जमीनों को फिर से रास्ते मं दर्ज कर दी गई. उनकी रास्तों और भूमि को चिंहिंत किया जा रहा है. इसी क्रम में चकरोडों की पैमाइश की जा रही है.

रामपुर: राजस्व परिषद इलाहाबाद में जौहर ट्रस्ट की याचिका खारिज होने के बाद रामपुर प्रशासन हरकत में आ गया है. प्रशासन ने गुरुवार को जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर सरकारी चकरोड की पैमाइश का काम शुरू किया. कुछ दिन पहले शासन ने आलियागंज गांव के किसानों की जमीन पर कब्जा दिलवाया था, लेकिन अब ग्राम समाज की चकरोड भी खाली करवाई जाएंगी. बताया जा रहा है कि किसानों की जमीन पर जाने का रास्ता नहीं था. प्रशासन ने किसानों को उनकी जमीन पर जाने के लिए चकरोड की पैमाइश शुरू कर दी है. इस दौरान जिले के कई अधिकारी भी मौजूद रहे.

जौहर यूनिवर्सिटी में चकरोड़ की पैमाइश शुरू.

सरकारी जमीनों पर कई भवन बने होने की आशंका
उप जिलाधिकारी प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया कि हमारे करीब 11 चकरोड और रास्ते के नाम से सरकारी अभिलेखों में करीब 17 बीघे जमीन दर्ज थी. जो 132 सार्वजनिक उपयोग के लिए थे. जिसे आजम खां ने अवैध तरीके से चेंज करके रास्ते में मिला लिया गया है. इसी जमीन पर यूनिवर्सिटी के कई भवन भी बन गए हैं.

चकरोड़ की हो रही पैमाइश
इसी संबंध में पहले आयुक्त महोदय के यहां से जमीन का आवंटन खारिज हो गया. इसके बाद मामला राजस्व परिषद में गया. परिषद ने भी जमीनों को फिर से रास्ते मं दर्ज कर दी गई. उनकी रास्तों और भूमि को चिंहिंत किया जा रहा है. इसी क्रम में चकरोडों की पैमाइश की जा रही है.

Intro:Rampur up
स्लग जोहर यूनिवर्सिटी में पैमाइश के लिए पहुंची प्रशासन की टीम,,,

एंकर राजस्व परिषद इलाहाबाद में जोहर ट्रस्ट की याचिका खारिज होने के बाद रामपुर प्रशासन हरकत में आ गया और आज जोहर यूनिवर्सिटी के अंदर सरकारी चकरोडो की पैमाइश का काम शुरू किया कुछ दिन पहले शासन ने आलियागंज गांव के किसानों की जमीन पर कब्जा दिलवाया था लेकिन अब ग्राम समाज की चकरोड भी खाली करवाई जाएगी किसानों की जमीन पर जाने का रास्ता नहीं था आज प्रशासन ने किसानों की जमीन पर जाने के लिए चकरोडो की पैमाइश शुरू कर दी है,,,


Body:वही इस पैमाइश के दौरान राजस्व विभाग के सभी अधिकारी मौजूद थे उप जिलाधिकारी तहसीलदार कानूनगो और सभी लोगों की मौजूदगी में चकरोडो की पैमाइश का काम शुरू किया गया,,,


Conclusion:वही इस मामले पर उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया कि हमारे करीब 11 चकरोड और रास्ते के नाम से सरकारी अभिलेखों में करीब 17 बीघे जमीन दर्ज थी जो 132 सार्वजनिक उपयोग के लिए थे जिसको अवैध तरीके से चेंज करके रस्ते में मिला लिया गया उसमें यूनिवर्सिटी के कई भवन भी बन गए उन्हीं के संबंध में पहले आयुक्त महोदय के यहां ते हो गया ये जमीन का आवंटन खारिज हो गया उसके बाद यह राजस्व परिषद में यह मामला गया वहां से भी आर्डर आ गया यह जमीने पुनः रास्ते में दर्ज कर दी गई उनकी रास्तों और भूमियों को चिन्हित किया जा रहा है उन्हीं पर हमें कब्जा लेना है उन्हीं को हम आज चिन्हित करवाया जा रहा है इसमें कई बिल्डिंग भी आ सकती हैं,,,

बाइट पी पी तिवारी उपजिलाधिकारी
विसुअल
Reporter Azam khan
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