रामपुर: जिले में सरकारी दस्तावेजों में हेर-फेर करने को लेकर लेखपाल सहित तीन लोगों के खिलाफ कोतवाली सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज हुआ है. मामले में पुलिस ने लेखपाल विष्णु शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, बाकी फरार चल रहे दो आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है.
तीन लोगों पर मामला दर्ज
मामला जमीन से जुड़ा हुआ है. एक व्यक्ति की जमीन के अभिलेखों में खसरा-खतौनी में हेर-फेर कर दूसरे का नाम दर्ज कराने को लेकर जिलाधिकारी से पीड़ित ने शिकायत की थी. जिस पर जिलाधिकारी की जांच कराई. जांच में शिकायत सही पाई गई. इस आधार पर जिलाधिकारी ने लेखपाल सहित तीन लोगों के खिलाफ मामाला दर्ज किया है.
कोर्ट में विचाराधीन है मामला
रामपुर की पीड़ित भगवान देई के मुताबिक, वे उसके पूर्वज पिछले 70 सालों से अधिक आराधी के खातेदार काबिज चले आ रहे हैं. उनकी जमीन के कामों में लेखपाल विष्णु शर्मा ने हेर-फेर कर गलत नाम जोड़ दिए. इस मामले पर कोर्ट में मामला भी विचाराधीन है.
जांच में सही पाई शिकायत
इसी मामले पर विष्णु शर्मा ने पीड़ित चुन्नीलाल से कुछ पैसे भी लिए और 200 गज जमीन का भी मुतालबा किया, लेकिन उसके बाद भी उसका काम नहीं हुआ. इस पर पीड़ित ने लेखपाल की शिकायत जिलाधिकारी से की. जिलाधिकारी ने मामले की जांच कराई. जिस पर यह शिकायत सही पाई गई.
इस आधार पर जिलाधिकारी के आदेश पर लेखपाल विष्णु शर्मा, जमीर अहमद और महबूब के नाम कोतवाली सिविल लाइंस में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें लेखपाल विष्णु शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और बाकी के दो आरोपी अभी फरार हैं.
एक लेखपाल ने अभिलेखों में हेराफेरी करके एक व्यक्ति का नाम दाखिल कर दिया था और उसके नाम से खतौनी भी जारी कर दी थी. जांच में राजस्व विभाग द्वारा पाया गया कि मूल मालिक से जमीन दूसरे किसी को देना विधिक प्रक्रिया के बिना किसी अधिकार के कर दी गई थी.
इस मामले पर प्रथम दृष्टया लेखपाल की भूमिका प्रमाणित हो रही थी. इस आधार पर राजस्व विभाग की ओर से तहरीर मिली. तहरीर के आधार पर कोतवाली सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कर लिया गया और लेखपाल की गिरफ्तारी भी कर ली गई है.
- अरुण कुमार सिंह, एएसपी