रामपुर: यतीमखाना बस्ती प्रकरण में सांसद आजम खां और तत्कालीन सीओ आले हसन खान के करीबी हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह चौहान को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने हेड कांस्टेबल को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया यतीमखाना बस्ती प्रकरण में दर्जनों मुकदमे कोतवाली थाने में दर्ज किए गए थे. उन्हीं में से एक मुख्य आरोपी हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह चौहान को गिरफ्तार किया गया है, जिसकी मौजूदा तैनाती शाहजहांपुर जिले में है. उन्होंने बताया कि आरोपी तत्कालीन क्षेत्राधिकारी आले हसन खान का गनर हुआ करता था. आरोपी कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में था. उन्होंने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से एक हजार, 500 और 100 रुपये के पुराने नोट भी बरामद किए गए हैं, जो उस समय लूटे गए थे. साथ ही सोने की एक चेन और चांदी की पायल भी बरामद की गई है.
अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि यतीमखाना बस्ती प्रकरण में तत्कालीन सीओ आले हसन खान का करीबी हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह चौहान वांछित चल रहा था. आरोपी गांव बनिया ढहरा थाना जैथरा जिला एटा का निवासी है. मौजूदा समय में वह सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मोहल्ला राजमाता निकट राहे मुर्तजा इंटर काॅलेज के सामने रहता है. इस समय उसकी तैनाती शाहजहांपुर जिले के तिलहर थाने में है.
अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार शाम करीब 7 बजे कचहरी गेट के पास कपूर की दुकान के सामने से हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह चौहान को गिरफ्तार किया गया. वांछित आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए कोर्ट की ओर से उसके मोहल्ले में अनाउंसमेंट भी कराया गया था. आरोपी हेड कांस्टेबल ने 10 अक्टूबर 2016 में अपने साथी इस्लाम ठेकेदार, सीओ सिटी आले हसन खान, फसाहत शानू और वीरेंद्र गोयल के साथ यतीमखाना बस्ती में तोड़फोड़ कर लूटपाट की थी.