रामपुर: सपा सांसद आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी में 104 बीघा जमीन पर जिला प्रशासन बुधवार को कब्जा लेने के लिए पहुंचा. इस दौरान अधिकारियों द्वारा जमीन का चिह्नीकरण और पैमाइश की गई. दरअसल 104 बीघा जमीन अनुसूचित जाति के लोगों की थी, जिसको आजम खां ने अपनी जौहर ट्रस्ट के नाम किया था. फैसला सरकार के पक्ष में आने के बाद जिला प्रशासन कब्जा लेने जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचा.
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इस मामले में उप जिलाधिकारी पीपी तिवारी ने बताया कि जौहर यूनिवर्सिटी में जौहर ट्रस्ट के नाम से कुछ जमीनें खरीदी गई थीं, जो अनुसूचित जाति के लोगों की थीं. जमीनों को बिना जिलाधिकारी के अनुमति के खरीदा गया था. मानक के अनुसार अनुसूचित जाति की जमीन बिना जिलाधिकारी की अनुमति के नहीं खरीदी जा सकती. इस मामले में मुकदमे राजस्व परिषद में चल रहे थे. राजस्व परिषद ने आदेश दिया कि यह जमीनें राज्य सरकार में नियत कर दी जाएं.