रामपुरः नगर निकाय चुनाव को लेकर जिले में एक बार फिर सपा ने जान फूंकने की कोशिश की है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सांसद आजम खान ने शनिवार देर रात दो जनसभाओं को संबोधित किया. इससे पहले शुक्रवार को भी आजम खान ने जिले में सपा नगर पालिका अध्यक्षों के लिए चुनाव में वोट की अपील की थी. सपा नेता ने जनसभा को संबोधित करते हुए अपने संबोधन में कहा, 'मैंने आप के बच्चों के हाथ में कलम दिया है चाकू नहीं.' इससे पहले शुक्रवार को आजम खान के दिए एक भाषण पर भी बवाल मचा हुआ है. इसमें उन्होंने कहा था कि क्या चाहते हो कोई आए और कनपटी पर गोली मारकर चला जाए.
नगर निकाय चुनाव को लेकर रामपुर में सामजवादी पार्टी की तरफ से आजम खान ने मोर्चा संभाला हुआ है. चुनावी जनसभाओं में आजम खान अपने पुराने अंदाज में नजर आ रहे हैं और सरकार पर जमकर हमला बोल रहे हैं. शाहबाद नगर पंचायत में सपा प्रत्याशी वसीम खान के लिए वोट मांगते हुए आजम खान ने कहा, 'मैं भिखारी हूं, कोई हाथ पर वोट रख देता है, कोई नोट रख देता है, कोई थूक देता है, कोई अंगारा रख देता है. उस सबको समेटकर हम तुम्हारे बच्चे के लिए कलम खरीद कर लाते हैं. चाकू खरीद कर नहीं लाते हैं.'
सपा राष्ट्रीय महासचिव ने कहा, 'हमें याद है जिस दिन हमारी तस्वीर अखबारों में छपी थी, हम एक जिंदा लाश थे. हमने कपड़े बदलते वक्त अपनी औलाद से ये कहा था कि बेटे कलम जरूर लगा देना, ताकि हम वहां तक अगर जिंदा ना पहुंचे तो यह लाश कलम वाली लाश कहलाए, बिना कलम वाली नहीं. उन्होंने कहा कि रामपुर को उन्होंने पहचान दिलाई. कहा कि 40 साल की मेहनत के बाद तुम्हारे माथे से बदनामी के कलंक को हटाया था. आज के दौर में हाफिज ने 80 लाख रुपये की कीमत का चाकू लगाकर तुम्हारे हाथ से कलम लेने का काम किया है.' आजम खान ने कहा कि तुम यही चाहते हो तुम्हारे बीच चाकू बांट दिए जाएं या फिर कलम बांटा जाए. वहीं, आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने भी जनसभा को संबोधित किया.
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