रामपुरः जिले के एक शुगर फैक्ट्री पर खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन ने छापेमारी की. जिसमें उसके दस्तावेजों में गड़बड़ी पायी गयी. विभाग ने इसे अवैध करार दे दिया है. इसके साथ ही फैक्ट्री के मालिक सहित करीब 7 लोगों के खिलाफ कोर्ट में याचिका डाली है.
अवैध शुगर फैक्ट्री पर कसा शिकंजा
रामपुर की शाहबाद क्षेत्र में कई एकड़ जमीन पर राणा शुगर फैक्ट्री का संचालन सालों से होता चला आ रहा है. जिले सहित आसपास के इलाकों से हर साल सीजन में आने वाले लाखों टन गन्ने की पेराई की जाती थी. इसके बाद फैक्ट्री में भारी मात्रा में चीनी बनायी जाती थी. लेकिन पिछले दो सालों से दस्तावेजों के पूरा न होने के बावजूद राणा शुगर फैक्ट्री का संचालन अवैध रूप से जारी था.
7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के गठित टीम ने जब पिछले साल के सितंबर महीने में राणा शुगर फैक्ट्री के दस्तावेजों की जांच की, तो चौकाने वाला खुलासा हुआ. इसके पास भूगर्भ जल विभाग से जारी होने वाली एनओसी पिछले दो सालों से नहीं थी. जिसके बाद इस संबंध में जांच टीम ने फैक्ट्री के संचालन को अवैध मानते हुए इसकी जांच रिपोर्ट उत्तर प्रदेश शासन को भेज दी हैं. इसके साथ ही फैक्ट्री मालिक सहित 6 डायरेक्टर्स के खिलाफ मुकदमा दायर करने के निर्देश भी दिये गये हैं.
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मुरादाबाद मंडल चंद्र किशोर के मुताबिक करीमगंज के राणा शुगर प्राइवेट लिमिटेड का निरीक्षण किया गया. ये फैक्ट्री बिना लाइसेंस के चलती पाई गई. जो कि खाद्य सुरक्षा के 1 नियम में अपराध हैं. 2 साल के डॉक्यूमेंट इनसे मांगे गये थे. जो न देने पर इनके जनरल मैनेजर प्रोडक्शन प्रीतम सिंह समेत सात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.