रामपुर: पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश की वजह से कोसी नदी उफान पर है. जिसकी वजह से नदी किनारे बसे दर्जनों गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. उधर, प्रशासन बाढ़ जैसे किसी भी हालात से निपटने का दांवा कर रहा है.
आपको बता दें कि, जिले में कोसी नदी के खतरे का निशान पर 195.23 मीटर है और इस समय नदी का जलस्तर 194 को पार कर चुका है. कोसी नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण पसियापुरा गांव का संपर्क मार्ग पूरी तरह से कट गया है. जलस्तर बढ़ने से शाहबाद, सैदनगर और स्वार कई गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. इसको देखते हुए प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है.
रामपुर के लालपुर डैम इंचार्ज रमेश सिंह ने बताया कि अभी फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. लेकिन, आगे हालात ज्यादा नाजुक हो सकते हैं. इस नदी से लगे हुए तमाम गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं. बांध से पानी अभी 33000 क्यूसेक छोड़ा गया है. जबकि, शनिवार को 16000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है.
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आपको बता दें कि रामपुर उत्तराखंड से सटा हुआ है और वहां से आने वाली कई नदियां जनपद से होकर गुजरती हैं. इन्हीं में से एक कोसी नदी भी है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते कोसी नदी उफान पर है. जिसे देखते हुए नदी किनारे बसे दर्जनों गांवों में रहने वाले लोगों को बाढ़ का डर सता रहा है. उधर, प्रशासन भी बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद होने का दावा कर रहा है. लेकिन, यदि कोसी नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया तो जिले में भारी तबाही मचा सकती है. उधर, प्रदेश के कई जनपदों में बाढ़ की समस्या बनी हुई है.