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सिजेंटा कंपनी का खामियाजा भुगत रहे किसान, हजारों एकड़ फसल बर्बाद हुआ धान - रामपुर समाचार

उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक मल्टी नेशनल कंपनी के खराब बीज के कारण किसानों की करीब ढाई से तीन हजार एकड़ की धान की फसल बर्बाद हो गई. जिसके बाद किसानों की मांग है कि उन्हें इसके बदले मुआवजा दिया जाए.

खराब बीज से नहीं आई धान की फसल
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Published : Sep 16, 2019, 1:26 PM IST

रामपुर: जनपद के टांंडा तहसील क्षेत्र में कई गांवों में किसानों ने सिंजेन्टा कंपनी के धान एलपी 17059 की यह फसल लगाई थी. तीन महीने बाद धान की फसल तो खेत में लहलहा रही है लेकिन इन पौधों में धान नहीं पड़ा. ऐसे में किसान बर्बादी के कगार पर आ गए हैं.

खराब बीज से किसान की धान की फसल खराब.

किसानों ने किया घेराव कर जताया विरोध

  • जिले की तहसील टांडा क्षेत्र का है मामला.
  • किसानों ने सिंजेन्टा कंपनी की एलपी 17059 फसल लगाई.
  • तीन महीने बाद धान की फसल तो आई लेकिन उसमे धान नहीं पड़े.
  • कई ऐसे छोटे किसान हैं, जिन्होंने लीज या बटाई में खेत लेकर उनमें धान लगाया था, जो बर्बादी के कगार पर हैं.
  • किसानों ने फसल को देखने पहुंचे सिजेंटा कंपनी के बिजनेस मैनेजर मलय मिश्रा एवं अन्य कर्मचारियों को किसानों ने घेर लिया.
  • सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने कर्मचारियों को ग्रामीणों के चुंगल से बचाया और थाने ले आई.
  • किसानों ने मुआवजे को लेकर थाने में भी खूब हंगामा काटा.

इसे भी पढ़ें - उन्नाव: ट्रांस गंगा सिटी के किसानों ने किया प्रदर्शन, जानिए क्यों

टांडा में कुछ किसानों की शिकायत आई थी. उन्होंने सिजेंटा कंपनी का बीज लगाया था. उनकी फसल में दाने नहीं आए, मैंने कृषि अधिकारी को इसकी जांच के लिए कहा है. जांच के बाद ही जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
- आंजनेय कुमार, जिलाधिकारी

रामपुर: जनपद के टांंडा तहसील क्षेत्र में कई गांवों में किसानों ने सिंजेन्टा कंपनी के धान एलपी 17059 की यह फसल लगाई थी. तीन महीने बाद धान की फसल तो खेत में लहलहा रही है लेकिन इन पौधों में धान नहीं पड़ा. ऐसे में किसान बर्बादी के कगार पर आ गए हैं.

खराब बीज से किसान की धान की फसल खराब.

किसानों ने किया घेराव कर जताया विरोध

  • जिले की तहसील टांडा क्षेत्र का है मामला.
  • किसानों ने सिंजेन्टा कंपनी की एलपी 17059 फसल लगाई.
  • तीन महीने बाद धान की फसल तो आई लेकिन उसमे धान नहीं पड़े.
  • कई ऐसे छोटे किसान हैं, जिन्होंने लीज या बटाई में खेत लेकर उनमें धान लगाया था, जो बर्बादी के कगार पर हैं.
  • किसानों ने फसल को देखने पहुंचे सिजेंटा कंपनी के बिजनेस मैनेजर मलय मिश्रा एवं अन्य कर्मचारियों को किसानों ने घेर लिया.
  • सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने कर्मचारियों को ग्रामीणों के चुंगल से बचाया और थाने ले आई.
  • किसानों ने मुआवजे को लेकर थाने में भी खूब हंगामा काटा.

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टांडा में कुछ किसानों की शिकायत आई थी. उन्होंने सिजेंटा कंपनी का बीज लगाया था. उनकी फसल में दाने नहीं आए, मैंने कृषि अधिकारी को इसकी जांच के लिए कहा है. जांच के बाद ही जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
- आंजनेय कुमार, जिलाधिकारी

Intro:Rampur up


स्लग : खराब बीज से किसानों की कई हजार बीघा धान की फसल बर्बाद


एंकर : सिंजेन्टा कंपनी के धान लगाने से किसानों की कई हजार बीघा धान की फसल बर्बाद हो गई तो वही फसल बर्बाद होने से किसानों की साल भर की फसल रोजी रोटी पर सबाल खड़ा हो गया है। एलपी 17059 की यह फसल लगाने से किसानों के लगभग 5000 बीघा से ज्यादा फसल बर्बाद हो गई है जिसके कारण किसानों ने फसल को देखने पहुंचे सिजेंटा कंपनी के बिजनेस मैनेजर मलय मिश्रा एवं अन्य कर्मचारियों को किसानो ने घेर लिया जिसकी सूचना पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंची पुलिस ने कर्मचारियों को ग्रामीणों के चुंगल से बचाया और थाने ले आई जहां पीड़ित किसानों ने थाने में भी जमकर हंगामा काटा और कंपनी के बीज बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग पर अड़े रहे बरहाल डिपार्टमेंट के लोग किसानों को मुआवजा देने की बात करते नजर आए।

Body:
वीओ 1: मामला रामपुर जिले की तहसील टांडा क्षेत्र के दर्जनों गांव का है जहां पर ग्रामीणों ने सिंजेन्टा कंपनी के धान एलपी 17059 की यह फसल लगाई थी पर 6 महीने बाद फसल खड़ी तो हो गई लेकिन उसमें चावल का दाना ना आता देख ग्रामीणों के होश उड़ गए जिसको लेकर सभी किसान बीज विक्रेता हिमांशु के पास पहुंचे और फसल खराब हो जाने की शिकायत की जिस पर शिकायतों को बढ़ता देख क्षेत्रीय इंचार्ज में अपने आला अधिकारियों को सूचित किया जहां लखनऊ से बिजनेस मैनेजर मलय मिश्रा और साथ ही मंडल प्रभारी विजय सिंह के साथ तहसील टांडा पहुंचे जहां किसानों ने टीम को घेरकर उनका विरोध किया मामला बढ़ता देख क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने किसानों के चुंगल से कंपनी के अधिकारियों को छुड़ाकर कोतवाली ले आई जहां क्षेत्र के सैकड़ों किसान मुआवजे की मांग पर अली रहे तो वहीं टीम के सदस्यों ने टेक्निकल टीम के पहुंचने से पहले किसी भी प्रकार की कार्रवाई से साफ इनकार कर दिया बरहाल किसानों की करोड़ों रुपए की बर्बाद फसल का आखिर कौन जिम्मेदार बनेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन पीड़ित किसान बर्बाद हुई फसल से अन्न के दाने दाने के लिए तरस जाएंगे Conclusion:
वही इस मामले पर हमने जिलाधिकारी आंजनेय कुमार से बात की तो उन्होंने बताया टांडा में कुछ किसानों की शिकायत आई थी उन्होंने सिजेंटा कंपनी का बीज लगाया था जिससे उनके फसल में दाने नहीं आए मैंने कृषि अधिकारी को इसकी जांच के लिए कहा है और साथ ही साथ इसकी जांच के लिए मैंने कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों की टीम गठित करके इसकी जांच शुरू कर दी है और जांच के बाद ही जो भी तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कार्यवाही की जाएगी



बाइट आंजनेय कुमार डीएम
विसुअल बर्बाद फसल
विसुअल सेजेन्टा कंपनी की अधिकारियों का घेराव

Reporter Azam khan 8218676978,,,8791987181


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