रामपुर : शनिवार को जिले में अफरा-तफरी का माहौल रहा. मजार हाफिज साहब के संचालक फरहत अहमद जमाली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. एनआरसी नागरिकता संशोधन अधिनियम में फरहत अहमद जमाली फरार चल रहा था. शनिवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. दूसरी तरफ इसको देखते हुए चप्पे-चप्पे और मुख्य चौराहों पर पुलिस की सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे. साथ ही साथ मजार हाफिज साहब पर भी पुलिस की सुरक्षा लगाई गई थी. वहीं फरहत अहमद जमाली की गिरफ्तारी से रामपुर के धर्मगुरू में डर और खौफ का माहौल है.
दरअसल, जनपद रामपुर में 21 दिसंबर 2019 को एनआरसी नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया था, जिसमें रामपुर के उलेमाओं के कहने पर हजारों लोगों का मजमा इकट्ठा हुआ था. उसके बाद भीड़ और पुलिस की आपस में झड़प हुई जिसमें एक युवक की मौत भी हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने शहर कोतवाली और थाना गंज में कई लोगों के खिलाफ नामजद और कई अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें कई लोगों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है. उसी में फरहत अहमद जमाली भी फरार चल रहा था, जिसको शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर गंज कोतवाली क्षेत्र और शहर कोतवाली क्षेत्र में 21 दिसंबर 2019 को उपद्रवी भीड़ इकट्ठा हो गई थी. लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी गई थी. इनके इस उपद्रव के दौरान एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी. उस घटना को लेकर कोतवाली और थाना गंज में अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए थे. कोतवाली और थाना गंज के दोनों मुकदमों में फरहत अहमद जमाली फरार था, उसे शनिवार को थाना गंज पुलिस ने पकड़ लिया है और जेल भेज दिया.