रामपुर: कृषि विधेयक कानून को लेकर किसान सरकार के सामने झुकने को तैयार नहीं है और उनकी एक ही मांग है कृषि विधेयक कानूनों को वापस लें. उसके अलावा और दूसरी कोई बात नहीं करना चाहते. कृषि विधेयक कानून को लेकर जी किसानों की नाराजगी है. उसको दूर करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, ताकि किसानों को मना सके. लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं है. इसी के चलते जिले के डीएम ने किसानों की पाठशाला लगाई और कृषि विधेयक कानून के बारे में बताया. उनकी समस्याओं का समाधान के बारे में डीएम ने आश्वासन दिया.
वहीं इस मामले पर किसान नेता हनीफ वारसी ने कहा कि इसमें तो डीएम के स्तर का कुछ है ही नहीं बस उनका एक ही है इस आंदोलन में कम से कम लोग शामिल हो. जब किसान एमएससी पर बात कर रहा है, तो एमएससी पर कानून बना दिया जाए. मैं समझता हूं कि सरकार को कोई दिक्कत नहीं होना चाहिए. आज एमएसपी है, तो किसानों को धान 11 से साढ़े 11 सौ में बिक रहा है. जिस दिन एमएससी समाप्त हो जाएगी और प्राइवेट हाथों में यह पहुंच जाएगा तो वह मनमानी करेंगे.
हर ग्राम पंचायत में किसान पंचायत का आयोजन
वहीं जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि हमने हर ग्राम पंचायत में किसान पंचायत का आयोजन किया है. जो समस्याएं हैं उसे सुने उसे दर्ज करें और उसे तत्काल उन समस्याओं का समाधान करें. समस्याओं का समाधान तत्काल नहीं हो पाए तो उसको अगले 1 हफ्ते के अंदर उसका समाधान किया जाए. आज किसानों को जो समस्याएं थी उसके भी सवाल उठाए गए थे. समस्या है उस समस्या का तत्काल समाधान किया जाएगा. कृषि कानून के बारे में भी हमने उनको समझाया है.