रामपुर: जिले में धान क्रय केंद्रों से घटतौली, मनमानी और धांधली की शिकायतें आ रही थीं. ऐसे में शनिवार को कार्रवाई करते हुए डीएम ने किसान के भेष में बिलासपुर मंडी में धान क्रय केंद्र पर छापा मारा. इस दौरान कई शिकायतें भी सही पाई गईं. इसके बाद जिलाधिकारी ने कुछ के खिलाफ एफआईआर तो कुछ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए.
बता दें, जिलाधिकारी को पिछले कई दिनों से धान क्रय केंद्र पर किसानों की शिकायतें मिल रही थीं. किसानों की शिकायत थी कि सरकारी रेट से कम दामों में किसान का धान खरीदा जा रहा है. इसी शिकायत की जांच करने के लिए जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह को भेष बदलना पड़ा और वह एक प्राइवेट कार से किसान बनकर बिलासपुर मंडी के धान क्रय केंद्र पहुंचे.
यहां पर जिलाधिकारी ने क्रय केंद्र कर्मचारियों से कहा कि वे धान खरीदने आए हैं. साथ ही उन्होंने अलग से भी किसानों से धान के रेट की भी जानकारी ली. जिलाधिकारी आम किसान की तरह मंडी में घूमते नजर आये. हर किसान ने उनके सामने अपनी समस्या रखी. जब जिलाधिकारी ने अपना सच बताया तो धान क्रय केंद्र के कर्मचारियों की जमकर फटकार लगाई. साथ ही दो क्रय केंद्रों पर कार्रवाई के आदेश भी दिए.
जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि धान की खरीद शुरू हो चुकी है और सभी क्रय केंद्र ऑनलाइन हो चुके हैं. क्रय केंद्रों से कुछ शिकायतें आ रही थीं, खासतौर से मंडियों की शिकायतें थी. कुछ समय पहले मिलक मंडी के बाहर खरीद कर रहे लोगों पर जुर्माना लगाया था और कार्रवाई भी की गई. बावजूद इसके शिकायतें आ रही थीं कि किसानों से 1100 से 1400 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद की जा रही है.
डीएम ने सख्त लहजे में कहा कि अगर कोई भी किसानों से कम दामों में धान खरीदेगा या बहला-फुसलाकर जबरदस्ती खरीद करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. आज दो खरीद केंद्रों पर कार्रवाई की गई. मिलक में भी कार्रवाई की गई. किसान सीधे खरीद केंद्र पर जाएं और बीच में कोई मेडिएटर न हो, इसके लिए एक कमेटी भी बनाई जा रही है. यह कमेटी हर जगह रोड पर निगरानी रखेगी. कहीं पर भी कोई रास्ते में किसान से खरीद-फरोख्त करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.