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लॉकडाउन के बाद बारिश और ओले का कहर, किसानों की आम की फसलें हुई बर्बाद - रामपुर में आम के किसानों की स्थिति

उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में बारिश और ओले ने भारी तबाही मचाई है. किसानों की आम की फसल बर्बाद हो गई है. आम के पेड़ों पर अभी फल आना शुरू हुआ था. किसानों का कहना है कि इस बार उन्हें काफी नुकसान होने की संभावना है.

condition of mango farmers in rampur
रामपुर में आम के किसानों पर बारिश और ओले का कहर.
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Published : May 1, 2020, 11:37 AM IST

रामपुर: किसानों के लिए यह साल काफी मुश्किलों भरा है. अभी कुछ दिन पहले ही मूसलाधार बारिश और ओले की वजह से गेहूं की फसल बर्बाद हो गई थी. अभी किसान संभल भी नहीं पाए थे कि बीती रात आसमान से ओले और बारिश पड़ने से आम की लगभग 70 से 80 प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई है.

बेमौसम हुई ओलावृष्टि के कारण आम से लदे बागों में भी तबाही का नजारा देखने को मिल रहा है. आम के पेड़ों पर अभी फल आने शुरू हुए थे. ऐसे में अब केवल सरकार और प्रशासन का ही सहारा रह गया है. क्योंकि अब इन हालातों में उनकी लागत का भी पूरा पैसा निकलना मुश्किल हो गया है.
आम के बाग के बागवान राशिद ने बताया कि उनका बहुत नुकसान हुआ है. तीन दिन पहले भी बारिश हुई थी. तब भी बहुत नुकसान हुआ था. आज सुबह का मौसम साफ था और अचानक से तेज आंधी आ गई और बहुत ज्यादा ओला पड़ा, जिससे काफी नुकसान हुआ है.

आम के किसानों पर बारिश और ओले का कहर.

उन्होंने बताया कि ओलावृष्टि से काफी मात्रा में आम झड़ गया है. ऐसे में बाग में लगाई गई लागत का पैसा भी नहीं निकल पाएगा. वहीं दूसरे बागवान मेहंदी हसन ने बताया ओलावृष्टि से आम को बहुत नुकसान हुआ है. कुछ धूप निकलने से झड़ जाएगा और कुछ वैसे ही खराब हो गया है. लगता है कि अब इसमें लागत भी पूरी नहीं निकल पाएगी.

रामपुर: तीन नए कोरोना पॉजिटिव मिले, संख्या बढ़कर 24 हुई

उन्होंने बताया कि आम 3 महीने में परिपक्व होता है, जिसके बाद उसे एक्सपोर्ट किया जाता है, लेकिन ओलावृष्टि के कारण अबकी बार लागत के अनुरूप भी माल नहीं निकल पाएगा. इसके अलावा कोई और काम नहीं कर सकते. ऐसे में अगर सरकार द्वारा नुकसान का मुआवजा इन्हें मिल पाया तो शायद कुछ हद तक मदद हो सकती है.

रामपुर: किसानों के लिए यह साल काफी मुश्किलों भरा है. अभी कुछ दिन पहले ही मूसलाधार बारिश और ओले की वजह से गेहूं की फसल बर्बाद हो गई थी. अभी किसान संभल भी नहीं पाए थे कि बीती रात आसमान से ओले और बारिश पड़ने से आम की लगभग 70 से 80 प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई है.

बेमौसम हुई ओलावृष्टि के कारण आम से लदे बागों में भी तबाही का नजारा देखने को मिल रहा है. आम के पेड़ों पर अभी फल आने शुरू हुए थे. ऐसे में अब केवल सरकार और प्रशासन का ही सहारा रह गया है. क्योंकि अब इन हालातों में उनकी लागत का भी पूरा पैसा निकलना मुश्किल हो गया है.
आम के बाग के बागवान राशिद ने बताया कि उनका बहुत नुकसान हुआ है. तीन दिन पहले भी बारिश हुई थी. तब भी बहुत नुकसान हुआ था. आज सुबह का मौसम साफ था और अचानक से तेज आंधी आ गई और बहुत ज्यादा ओला पड़ा, जिससे काफी नुकसान हुआ है.

आम के किसानों पर बारिश और ओले का कहर.

उन्होंने बताया कि ओलावृष्टि से काफी मात्रा में आम झड़ गया है. ऐसे में बाग में लगाई गई लागत का पैसा भी नहीं निकल पाएगा. वहीं दूसरे बागवान मेहंदी हसन ने बताया ओलावृष्टि से आम को बहुत नुकसान हुआ है. कुछ धूप निकलने से झड़ जाएगा और कुछ वैसे ही खराब हो गया है. लगता है कि अब इसमें लागत भी पूरी नहीं निकल पाएगी.

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उन्होंने बताया कि आम 3 महीने में परिपक्व होता है, जिसके बाद उसे एक्सपोर्ट किया जाता है, लेकिन ओलावृष्टि के कारण अबकी बार लागत के अनुरूप भी माल नहीं निकल पाएगा. इसके अलावा कोई और काम नहीं कर सकते. ऐसे में अगर सरकार द्वारा नुकसान का मुआवजा इन्हें मिल पाया तो शायद कुछ हद तक मदद हो सकती है.

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