रामपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और रामपुर से मौजूदा विधायक आजम खान का बगैर नाम लिए उनपर जमकर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि अपने स्वार्थ के लिए रामपुर का शोषण किया वे आखिरकार इसका परिणाम भुगत रहे हैं.
सीएम ने कहा कि पहले सरकारी योजनाएं जो बनती थी, वह एक व्यक्ति के इर्द- गिर्द बनती थी और एक व्यक्ति विशेष के स्वार्थ के लिए बनती थी. साथ ही साथ उन्होंने आजम खान के सपा का दफ्तर जिस बिल्डिंग में मौजूद है, उस पर भी उन्होंने चुटकी ली. उन्होंने कहा राजकीय मुर्तुजा इंटर कॉलेज को एक निजी व्यक्ति ने अपना स्थान बनाया और उसमें एक निजी स्कूल भी खोला. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को रामपुर पहुंचे थे. यहां पर उन्होंने 72 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित और निर्माणाधीन 22 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकसभा उपचुनाव के बाद किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में मुझे आने का अवसर प्राप्त हुआ है. मैं इस अवसर पर जनपद वासियों को विकास की 22 परियोजनाओं के लिए हृदय से बधाई देता हुं. उन्होंने कहा कि रामपुर वासियों ने विकास सुरक्षा और समृद्धि के साथ होकर एक नए युग की शुरुआत की है. घनश्याम सिंह लोधी को अपना सांसद चुन के स्पष्ट संदेश दे दिया है. इसके लिए मैं पूरे रामपुर वालों का हृदय से धन्यवाद करता हूं. सीएम ने कहा कि रामपुर की अपनी ऐतिहासिक और पौराणिक पहचान है और हमें इसे किसी भी हाल में बनाए रखना है.
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सीएम योगी ने कहा हम सब जानते हैं. पिछली सरकार किस प्रकार का कार्य करती थीय स्वयं के हितों के लिए योजनाएं बनती थीं. पैसा सरकार का लेकिन अपने स्वयं के स्वार्थ से उभर के कोई कार्य नहीं हो पाता था. यही कारण था राजकीय मुर्तुजा इंटर कॉलेज को एक पार्टी विशेष का कार्यालय बना दिया गया और उसको अपने निजी स्कूल में बदलने का कार्य किया. इसी प्रकार से यहां के 200 वर्ष पुराने शैक्षिक संस्थान मदरसा आलिया को एक निजी विद्यालय में बदलने का कार्य हुआ था.
मदरसा आलिया की जो दुर्लभ पुस्तकें हस्तलिखित पुस्तकें थीं, बिना किसी अनुमति के उन्हें जबरन कब्जा करने का प्रयास हुआ था लेकिन सरकार ने वापस मदरसा आलिया कि जो हस्तलिखित पांडुलिपि थी उन्हें वापस उन्हें दे करके उन्हें संरक्षित करने का कार्य किया है. दुर्लभ पांडुलिपियों के साथ खिलवाड़ करने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती है.
इसी प्रकार से सिटी मांटेसरी स्कूल जो भी गेस्ट हाउस हुआ करता था और कहा जाता है राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वयं के आंदोलन के दौरान यहां पर रुक कर के देश की आजादी को एक नई दिशा देने का कार्य किए थे लेकिन इस ऐतिहासिक संस्थान को भी हड़पने का कार्य हुआ था. इसे भी पढ़ेंः माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर मऊ कोर्ट सख्त, अगली तारीख पर व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश