रामपुर: कोरोना संक्रमण के चलते देश में लॉकडाउन चल रहा है, लोग महामारी को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं. ऐसे में जरूरी सुविधाएं लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं, लेकिन इस समय चिकन का कारोबार लॉक डाउन के चलते लगभग बर्बाद हो चुका है. इसकी एक बानगी रामपुर में अब तक की निचले स्तर की बिक्री से लगाई जा सकती है.
बर्बाद हो गया चिकन का कारोबार
रामपुर और आसपास के कई जिलों में चिकन की भारी खपत होती रही है, जिसके चलते यह बाजार काफी फल फूल रहा था, लेकिन करोना वायरस संक्रमण के चलते लगाए गए लॉकडाउन से यह कारोबार बिल्कुल धराशाई हो गया है. जिससे कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं मुर्गो को पालने के लिए फीड उपलब्ध कराए जाने जैसी भी समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है.
तंगी से गुजर रहे मुर्गा कारोबारी
नफीस अहमद एक मुर्गा कारोबारी हैं, वह 1998 से इस कारोबार से जुड़े हैं. नफीस अहमद के मुताबिक वे आज जिस तंगी से गुजर रहे हैं, आज तक इस जैसी तंगी उन्होंने नहीं देखी. नफीस अहमद ने बताया कि पोलेट्री में मुर्गों के लिए फीड नहीं मिल पा रहा है, दो-दो दिन बच्चे भूखे रहते हैं, मुर्गे दो से ढाई किलो के हो गए हैं, वह बिक भी नहीं पा रहे हैं.
नफीस बताते हैं कि जैसी तंगी है उस हिसाब से उनके पास बहुत अच्छे बर्ड्स हैं और हर तरह की सहूलियत हैं, उन्हें कोई परेशानी नहीं है. नफीस अहमद ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने इन मुर्गों को मारने की सोची थी क्योंकि इनको फीड नहीं मिल पा रहा था.