रामपुर: सपा सांसद आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर ट्रस्ट पर प्रशासन ने पूरी तरह से शिकंजा कस दिया है. आजम खान के बेहद करीबी चमरववा से विधायक नसीर अहमद खां और आजम खान के बड़े बेटे अजीब आजम खान और उनकी बहन निकहत अफलाक सहित 7 लोगों पर शुक्रवार को पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल किए हैं.
जौहर विश्वविद्यालय से जुड़ा है मामला
मामला आजम खान के जौहर विश्वविद्यालय से जुड़ा है. सपा सरकार में जौहर विश्वविद्यालय के लिए किसानों की जमीनों का अधिग्रहण किया गया था. हालांकि उसमें बताया गया था कि किसानों से जमीन खरीदी गई, लेकिन पिछले साल जुलाई में 26 किसानों ने मुकदमे दर्ज कराए. रिपोर्ट में लिखा था कि सपा शासनकाल में उनकी जमीन जबरन यूनिवर्सिटी में मिला ली गई. इस मामले पर प्रशासन ने भी दो मुकदमे कायम कराए थे. जिसके बाद आजम खान को भूमाफिया घोषित कर दिया गया. इससे पहले भी कई मामलों पर पुलिस आजम खान उनकी पत्नी, बेटे सहित कई लोगों के विरूद्ध आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर चुकी है.
अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जौहर विश्वविद्यालय में आसपास के किसानों की जमीन गैर कानूनी तरीके से कब्जा कर ली गई थी. उसको लेकर के कई मुकदमे दर्ज किए गए थे और अधिकांश मुकदमों में आरोप पत्र भी माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया जा चुका है, लेकिन विवेचना से इसमें कुछ और नाम प्रकाश में आए हैं. इस मामले में जो भी नाम प्रकाश में आए हैं, यह सभी लोग जौहर ट्रस्ट के संचालित कर्ता व उसके ट्रस्टी हैं. इनके विरुद्ध भी पर्याप्त साक्ष्य हैं, इस नाते शुक्रवार को 2 मामलों में आरोप पत्र माननीय न्यायालय में प्रेषित किया जा रहा है. जिनके खिलाफ शुक्रवार आरोप पत्र दाखिल किया गया, उसमें चमरौआ से विधायक नसीर अहमद खां, रामपुर के सांसद आजम खान के बड़े बेटे अदीब आजम खान और उनकी बड़ी बहन निखत अखलाक का नाम शामिल है.