रामपुर: समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के रामपुर पब्लिक स्कूल का भवन सील होने पर भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने पत्रकार वार्ता में कहा कि शोध संस्थान के लिए दिए गए भवन में निजी पब्लिक स्कूल चल रहा था. इसलिए कैबिनेट के फैसले के अनुसार लीज खत्म करके बिल्डिंग को सील किया गया है. शोध संस्थान शोधकर्ताओं के लिए बनाया गया था, जबकि यह सभी को पता है वहां पर आजम खान का प्राइवेट स्कूल चल रहा था. हम चाहते हैं कि शोध संस्थान में जो भी कार्य चल रहा है वह अब सरकार के अनुसार चले. बिल्डिंग बहुत बड़ी है. इसलिए किले में जो आईटीआई है और खुर्शीद गर्ल्स इंटर कॉलेज है, उसको भी वहां शिफ्ट किया जाए. ताकि किले की जो सुंदरता है उसको हम और अधिक निखार सकें.
भाजपा विधायक ने कहा कि यह जौहर शोध संस्थान जौहर ट्रस्ट को दिया गया था. आज हमने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है कि अब जो बिल्डिंग में शोध संस्थान हैं उसमें शोध का ही कार्य किया जाए. जो बच्चे रामपुर पब्लिक स्कूल में पढ़ रहे हैं उनके भविष्य का क्या होगा? के सवाल पर शहर विधायक आकाश सक्सेना ने कहा कि उनके भविष्य की चिंता हमारी है और हम उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए और यह बात अपने दिमाग में रखेंगे और सोचा हुआ भी है कि हम उन्हें किस तरह से उनके भविष्य को ठीक कर सकते हैं.
हम यह भी जानते हैं लोकसभा के अंदर यह बयान देना कि रामपुर पब्लिक स्कूल के बच्चे को ₹20 में पढ़ाता हूं. लेकिन, वह अपने बयान में यह नहीं बताते कि 20 घंटे में पढ़ाते हैं, कि 20 दिन में पढ़ाते हैं, कि 20 महीने में पढ़ाते हैं या 20 साल में पढ़ाते हैं. इस सवाल का जवाब रामपुर की जनता बहुत अच्छे से जानती है. वह जानती है कि एक महीने भी अगर कोई बच्चा फीस नहीं दे पाता है तो उस बच्चे के साथ क्या हश्र होता है. यह होली से पहले रामपुर को पता लग गया था, जब बच्चे की बहुत बेरहमी से पिटाई की गई थी और जब शिकायत की गई तो आजम खान उसके घर पर माफी मांगने गए थे.
आजम खान का शुरू से यही कहना है कि जो मैंने शिक्षा के लिए मंदिर खोले हैं, उसे बर्बाद किया जा रहा है. मेरे बच्चों का मुस्तकबिल खराब किया जा रहा है. इस पर शहर विधायक आकाश सक्सेना ने कहा कि उन्होंने चाहे वह यूनिवर्सिटी रही हो या स्कूल, हमेशा अपने व्यक्तिगत कब्जे को बढ़ाने के लिए उन बच्चों का इस्तेमाल किया है.
रामपुर पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि समय से पहले स्कूल को सीज कर दिया गया. इस पर शहर विधायक आकाश सक्सेना ने बताया कि समय पूरा दिया गया था. उसको शिफ्ट करने के लिए जो भी प्रक्रिया थी, उनको पहले बता दिया गया था. समय समाप्त होने के बाद ही उसको आज सील किया गया है तो उसमें यह कहना बिल्कुल गलत है. अगर आपने सरकारी संपत्ति पर कब्जा किया हुआ है तो खाली तो करना पड़ेगा.