रामपुर: जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर चल रही जांच-पड़ताल के खिलाफ यूनिवर्सिटी के चांसलर और संस्थापक आजम खान ने प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने कहा कि ये जमीन हमारी है, हमारे पास 800 एकड़ की जमीन का लैंड यूज चेंज्ड का सरकार का आदेश है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बावजूद इसके हमारी जमीन पर जिलाधिकारी एक्ट के तहत तकरीबन 8 लाख रुपये प्रतिमाह का जुर्माना लगाया गया है.
'हमारे पास लैंड यूज चेंज्ड करने का सरकारी आदेश'
- जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर आजम खान ने कहा कि अगर देश में निजी संस्थान के दरवाजे बंद कर दें तो शायद हिंदुस्तान शैक्षिक पिछड़ेपन में दुनिया में सबसे आगे होगा.
- उन्होंने कहा कि 1947 से लेकर आज तक सरकारों का शैक्षिक संस्थानों में कितना योगदान रहा है यह किसी से छिपा नहीं है, जबकि सरकारों का संवैधानिक दायित्व है कि प्रत्येक नागरिक को शिक्षा दें.
- आजम खान ने कहा कि हमने आपको सारे सबूत दिखा दिए हैं और हमारे पास 800 एकड़ की जमीन का लैंड यूज चेंज्ड का सरकार का आदेश है. जबकि मीडिया से ये कहा गया कि लैंड यूज चेंज नहीं होगा.
- अगर लैंड यूज चेंज नहीं होगा तो विकास कैसे होगा ?
- डीएम पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि मॉल बनाना, बिल्डिंग्स बनाना, सड़कें बनाना विकास का काम नहीं है, अगर ये विकास का काम नहीं है तो विकास का काम क्या है?
- चांसलर आजम खान ने कहा कि मुझे तकरीबन 4 करोड़ का सेस भेजा गया है और तकरीबन 8 लाख रुपये प्रतिमाह का जुर्माना लगाया गया है.
- तंज कसते हुए उन्होंन कहा कि यह जुर्माना जिलाधिकारी एक्ट में लगाया गया है.