रामपुर : जौहर यूनिवर्सिटी को लीज पर दी गई जमीन से 'खैर के पेड़' गायब होने के मामले में आजम खां फसते नजर आ रहे हैं. 21 फरवरी 2007 के शासनादेश के अनुसार यूनिवर्सिटी में खैर के पेड़ थे, लेकिन अब उस जमीन पर खैर के पेड़ नहीं हैं. जिला प्रशासन ने जांच के बाद शासन को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि लीज पर दी गई जमीन पर खैर के पेड़ नहीं हैं, जो शासन के नियमों का उल्लंघन है.
एडीएम प्रशासन जगदम्बा प्रसाद गुप्ता का बयान
- एडीएम प्रशासन जगदम्बा प्रसाद गुप्ता ने बताया कि गाटा संख्या 1252 और 1418 नंबर जमीन का यह मामला है.
- जमीन जौहर यूनिवर्सिटी को लीज पर दी गई थी. लीज के समय दोनों जगह पर 2173 खैर के पेड़ थे.
- कमेटी द्वारा जांच किए जाने के बाद यह पता चला कि वहां पर कोई पेड़ नहीं हैं.
- जमीन जब लीज पर दी गई थी तो शासनादेश था कि जो पेड़ लगे हैं, उन्हें यथावत रखा जाएगा.
- 4 जून 2019 की एसडीएम सदर की जांच रिपोर्ट के अनुसार वहां से पेड़ गायब हैं, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है.