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रायबरेलीः बाल संरक्षण गृह के छात्र ने महिला अधिकारी को पीटा, घटना सीसीटीवी में कैद

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बाल संरक्षण गृह में छात्रों का महिला अधिकारी के साथ करने का मामला सामने आया है. महिला अधिकारी का आरोप है कि जब वह केंद्र पहुंची तो छात्रों ने पहले उनसे अभद्रता की और फिर मारपीट की. यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.

छात्रों ने किया बाल संरक्षण अधिकारी की पिटाई.
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Published : Nov 12, 2019, 10:51 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेलीः जिले के मिल एरिया थाना क्षेत्र के चक धरोहरा में संचालित गांधी सेवा निकेतन बाल संरक्षण गृह इस समय अराजकता का घर बना हुआ है. ताजा मामला उस समय सामने आया जब यहां पर कार्यरत बाल संरक्षण अधिकारी की छात्र ने पिटाई कर दी. मारपीट का यह प्रकरण वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.

छात्रों ने किया बाल संरक्षण अधिकारी की पिटाई.

सीसीटीवी में कैद हो गई घटना
दरअसल, गांधी सेवा निकेतन बाल संरक्षण गृह पिछले कई माह से चर्चा का केंद्र बना हुआ है. यहां पर बाल संरक्षण अधिकारी के पद पर कार्यरत महिला अधिकारी ने संस्था के प्रबंधक पर कम वेतन देने का आरोप लगाया था. इससे नाराज होकर प्रबंधक ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया था. पीड़िता ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई तो दबाव में फिर से उन्हें नौकरी पर रखा गया.

जिलाधिकारी से लगाईं हैं न्याय की गुहार
प्रबंधक की शह पर वहां रह रहे बालक उसे परेशान करने लगे. महिला अधिकारी का आरोप है कि शनिवार को जब वह शौच के लिए गई तो बाहर से शौचालय की कुंडी बंद कर दी गई. इसकी शिकायत जब करने गई तो प्रबंधक के कार्यालय में ताला बंद था. सोमवार को जब वह केंद्र पर गई तो छात्रों ने पहले तो उनसे अभद्रता की फिर मारपीट की और कुर्सी से हमला कर दिया.

यह घटना वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. पीड़िता घबराकर वहां से भाग कर थाने पहुंची. महिला का आरोप है कि पुलिस ने उनकी फरियाद नहीं सुनी. तब वह जिलाधिकारी से गुहार लगाने डीएम कार्यालय पहुंची.

रायबरेलीः जिले के मिल एरिया थाना क्षेत्र के चक धरोहरा में संचालित गांधी सेवा निकेतन बाल संरक्षण गृह इस समय अराजकता का घर बना हुआ है. ताजा मामला उस समय सामने आया जब यहां पर कार्यरत बाल संरक्षण अधिकारी की छात्र ने पिटाई कर दी. मारपीट का यह प्रकरण वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.

छात्रों ने किया बाल संरक्षण अधिकारी की पिटाई.

सीसीटीवी में कैद हो गई घटना
दरअसल, गांधी सेवा निकेतन बाल संरक्षण गृह पिछले कई माह से चर्चा का केंद्र बना हुआ है. यहां पर बाल संरक्षण अधिकारी के पद पर कार्यरत महिला अधिकारी ने संस्था के प्रबंधक पर कम वेतन देने का आरोप लगाया था. इससे नाराज होकर प्रबंधक ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया था. पीड़िता ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई तो दबाव में फिर से उन्हें नौकरी पर रखा गया.

जिलाधिकारी से लगाईं हैं न्याय की गुहार
प्रबंधक की शह पर वहां रह रहे बालक उसे परेशान करने लगे. महिला अधिकारी का आरोप है कि शनिवार को जब वह शौच के लिए गई तो बाहर से शौचालय की कुंडी बंद कर दी गई. इसकी शिकायत जब करने गई तो प्रबंधक के कार्यालय में ताला बंद था. सोमवार को जब वह केंद्र पर गई तो छात्रों ने पहले तो उनसे अभद्रता की फिर मारपीट की और कुर्सी से हमला कर दिया.

यह घटना वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. पीड़िता घबराकर वहां से भाग कर थाने पहुंची. महिला का आरोप है कि पुलिस ने उनकी फरियाद नहीं सुनी. तब वह जिलाधिकारी से गुहार लगाने डीएम कार्यालय पहुंची.

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जिले के मिल एरिया थाना क्षेत्र के चक धरोहरा में संचालित गांधी सेवा निकेतन बाल संरक्षण गृह इस समय अराजकता का घर बना हुआ है।ताजा मामला उस समय सामने आया जब यंहा पर कार्यरत बाल संरक्षण अधिकारी ममता दुबे की छात्र ने पिटाई कर दी।मारपीट का प्रकरण वंहा पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।Body:
दरअसल गांधी सेवा निकेतन बाल संरक्षण गृह पिछले कई माह से चर्चा का केंद्र बना हुआ है।यंहा पर बाल संरक्षण अधिकारी के पद पर कार्यरत ममता दुबे ने संस्था के प्रबंधक पर कम वेतन देने का आरोप लगाया था।जिससे नाराज होकर प्रबंधक ने उसे नौकरी से निकाल दिया।पीड़िता ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई तो दबाव में उसे फिर नौकरी पर रखा गया।लेकिन प्रबंधक की शह पर वंहा रह रहे बालक उसे परेशान करने लगे।शनिवार को जब वो शौच के लिए गई तो बाहर से शौचालय की कुंडी बंद कर दी गई जिसकी शिकायत जब करने गए तो प्रबंधक के कार्यालय में ताला बंद था।सोमवार को जब वो केंद्र पर गई तो छात्रों ने पहले तो उससे अभद्रता की फिर मारपीट की और कुर्सी से उसपर हमला कर दिया ये सब वंहा पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। पीड़िता घबराकर वंहा से भाग कर थाने पहुची लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी तब वो जिलाधिकारी से गुहार लगाने पहुची लेकिन अधिकारी के वंहा मौजूद न होने के कारण उसे मायूसी ही हाथ लगी।

पीड़िता ममता दुबे ने बताया कि मैं शिकायत करने के लिए कार्यालय गई थी लेकिन वंहा ताला बंद था।मिल एरिया थाने भी शिकायत करने गईं लेकिन उन्होंने भी मेरी नही सुनी।थकहार कर जिलाधिकारी से मिलने आईं थी।


फ़ाइल बाईट- ममता दुबे (पीड़ित बाल संरक्षण अधिकारी)Conclusion:

प्रभाकर त्रिपाठी
रायबरेली
9984524647
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
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