रायबरेली: वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों को कोरोना महामारी से बचाए रखने को लेकर जिला प्रशासन हरकत में आता दिख रहा है. शासन के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को शहर के आईटीआई कॉलोनी में बने वृद्धाश्रम के नोडल अधिकारी का प्रभार सौंपा है. साथ ही प्रतिदिन परिसर की व्यवस्था परखने के भी निर्देश दिए हैं.
रायबरेली प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह ने बताया कि कोरोना काल में शासन की मंशा के अनुसार जिले में संचालित हो रहे वृद्धा आश्रमों में बुजुर्गों को मिलने वाली सुविधाओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. महामारी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सभी जरूरी एहतियात बरतने के निर्देश आश्रम संचालन करने वाले संस्थान को दिए गए हैं. प्रशासन द्वारा वृद्धाश्रम की जिम्मेदारी नोडल अधिकारी को सौंपी गई है. प्रतिदिन होने वाले निरीक्षण के साथ ही औचक निरक्षण के भी तरीके अपनाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना से बुजुर्गों को बचाने के लिए सभी जरुरी प्रयास किए जाएंगे.
वृद्धाश्रम में मिलने वाली सुविधाओं की होगी सघन निगरानी
समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रायोजित वृद्धजन आवास योजना के अंतर्गत शहर में वृद्धाश्रम की शुरुआत कुछ वर्ष पूर्व ही की गई थी. जरुरतमंद, निराश्रित और अपनों से सताए गए बुजुर्गों को निःशुल्क रहने के लिए शहर के आईटीआई परिसर से जुड़े भवन में इसको संचालित किया जा रहा था, लेकिन कोरोना काल में वरिष्ठजनों पर सबसे ज्यादा इस बीमारी के प्रकोप का अंदेशा जताया जा रहा है. यही कारण है कि प्रशासन द्वारा वृद्धाश्रम में मिलने वाली सुविधाओं की सघन निगरानी के आदेश जारी किए गए हैं.
कोरोना से बचाने के लिए उठाए जा रहे जरूरी कदम
कार्यदायी संस्थान के प्रभारी ने बताया कि रायबरेली के इस वृद्धजन आवास में वर्तमान में 58 बुजुर्ग सदस्य हैं. हालांकि पहले इसकी संख्या 82 थी. कोरोना संक्रमण काल में कुछ ने वापस अपने घरों में जाने का निर्णय ले लिया है. वर्तमान में जो लोग यहां पर मौजूद हैं, उनको कोविड की जद से बाहर रखने के लिए सभी जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं.