रायबरेली: ठंड की शुरुआत से ही सरकार द्वारा रैन बसेरों को लेकर प्रशासन को सख्त निर्देश जारी किए गए थे. समय रहते सुविधाओं को दुरुस्त रखने के आदेश भी दिए गए थे. हालांकि जैसा आमतौर पर ज्यादातर शासनादेश के साथ होता है, वही इसके साथ भी हुआ और फिलहाल स्थानीय प्रशासन द्वारा जो भी कदम उठाए जा रहे हैं, वह नाकाफी नजर आते हैं. वहीं नगर पालिका परिषद के प्रतिनिधि द्वारा दावा किया जाता है कि जल्द ही अलाव की व्यवस्था भी कराई जाएगी.
रेलवे स्टेशन परिसर में नहीं दिखा रैन बसेरा
शहर के रेलवे स्टेशन परिसर में ईटीवी भारत को कहीं रैन बसेरा नहीं दिखा. हालांकि ठंड में यात्री अपने कंबल और शॉल के सहारे परिसर में रात बिता रहे हैं. इस वजह से प्रशासनिक दावों की पोल खुलने में देर नहीं लगी. रेलवे स्टेशन के बाद शहर के मध्य स्थित बस स्टैंड का रुख किया गया तो बस स्टैंड परिसर में निष्प्रयोज्य भवन के दायरे में नगर पालिका परिषद द्वारा रैन बसेरा स्थापित किया गया है. हालांकि इस रैन बसेरे में केवल 10 लोगों के रुकने की व्यवस्था बनाई गई है. वहीं महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोई विशेष इंतजाम नहीं किए गए हैं.
सुरक्षा का इंतजाम नहीं
बस स्टेशन परिसर में महिला यात्री उमा देवी ने बताया कि उन्हें ऊंचाहार जाना था, लेकिन प्रयागराज से आने में देर हो गई और उनकी बस निकल गई. अब सुबह 5 बजे की बस का इंतजार है. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उनका कहना है कि समान समेत खुद की सुरक्षा का जिम्मा उन्हीं के पास ही है.
क्या कहते हैं नगर पालिका परिषद के प्रतिनिधि
नगर पालिका परिषद के प्रतिनिधि राजेश कुमार कहते हैं कि कुल 10 लोगों के लिए इस 'रैन बसेरा' में लेटने की व्यवस्था है. इसके अलावा इससे ज्यादा की संख्या के लिए उन्होंने अन्य रैन बसेरे का रुख करने की हिदायत दी. साथ ही अलाव के बारे में उन्होंहे दावा किया कि जल्द ही उसकी भी शुरुआत होगी.