रायबरेली: सोमवार को डीएम वैभव श्रीवास्तव ने बचत भवन के सभागार में जिला स्तरीय उद्योग बन्धु की बैठक की. जिसमें उन्होंने अधिकारियों को उद्यमियों की शिकायतों को वरीयता के आधार पर निस्तारित करने की बात कही. बैठक के दौरान बिजली विभाग की कार्यशैली से उद्यमी काफी आहत दिखे. उन्होंने डीएम से विद्युत विभाग से जुड़े मामलों के निस्तारण करने की गुहार लगाई. डीएम ने इंडस्ट्रियल एरिया में साफ-सफाई, उद्यमियों की समस्याओं का हल और उद्यमियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही लाभ परक योजनाओं की सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए.
बैठक में जनपद के मिनी औद्येागिक स्थल ऊंचाहार के खोजनपुर व शिवगढ़ रायबरेली के रिक्त आवंटन को लेकर उपायुक्त उद्योग द्वारा बताया गया कि इसके लिए विज्ञप्ति प्रकाशित कराई गई थी. जिसमें इच्छुक उद्यमियों के उद्योग स्थापना के लिए आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं. जिस पर नियामानुसार कार्यवाही की जाएगी है. इस दौरान औद्योगिक क्षेत्र में साफ-सफाई विद्युत आदि पर भी चर्चा हुई. डीएम ने क्षेत्र में साफ-सफाई, विद्युत सम्बन्धित कार्यो को दुरूस्त करने के निर्देश दिये.
उद्यमियों को ओडीओपी, एक जनपद एक उत्पाद, मुद्रा योजना के लाभ, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, एकलमेज व्यवस्था आदि के बारे में भी उपायुक्त उद्योग द्वारा जानकारी दी गई. वहीं निर्बाध विद्युत आपूर्ति, सड़क/नाली निर्माण आदि प्रमुख बिन्दुओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई. डीएम द्वारा अतिक्रमण मुक्त कराने का जिम्मा एडीएम व औद्योगिक क्षेत्र में साफ-सफाई की व्यवस्था को दुरूस्त करने के निर्देश अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका को दिए गए. साथ ही सीओ सीटी को भी निर्देश दिये गए कि इंडस्ट्रियल एरिया में पेट्रोलिंग आदि भी अधिक से अधिक की जाए.
बैठक में बड़ी संख्या में उद्यमियों ने विद्युत विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया गया. एक वरिष्ठ उद्यमी ने विभाग के अधिशाषी अभियन्ता द्वारा विद्युत विभाग से जुड़े कई प्रकरण लंबित होने के बावजूद समस्याओं के निस्तारण न होने की बात कही. साथ ही बिजली के बिल भी गलत भेजे जाने का आरोप लगाया. बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष, उपायुक्त नेहा सिंह, एडी सूचना प्रमोद कुमार, एसडीएम सलोन सहित जिले के तमाम उद्यमी भी मौजूद रहे.