रायबरेली: लद्दाख के गलवान घाटी पर शहीद हुए भारत के जवानों को लेकर देश में नाराजगी है. जगह-जगह चीन के राष्ट्रपति का पुतला दहन किया जा रहा है. इसी क्रम में रायबरेली जिले में भी लोगों में चीन के खिलाफ आक्रोश दिखा. कई सामाजिक संगठनों ने चीन के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए सरकार से चीन को सबक सिखाने की मांग की है.
शहीद चौक पर अमर शहीदों को नमन करने पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चीन के खिलाफ आर-पार की लड़ाई की बात कही. इस दौरान चीनी उत्पादों के प्रयोग पर बैन लगाने का संकल्प भी लिया. कोचिंग एसोसिएशन के सदस्यों ने शहीदों को नमन किया. साथ ही सरकार से चीन को करारा जवाब देने की मांग की. इन सभी ने चीन के उत्पादों का बहिष्कार किए जाने की वकालत की.
कोचिंग संस्था के छात्र प्रखर शुक्ला ने कहा कि चीन की इस शर्मनाक हरकत का विरोध सिर्फ सरकार को ही नहीं देश के सभी नागरिकों को करना चाहिए. अब वक्त आ गया है कि चीन को उसकी इस हरकत का अंजाम भुगतना पड़े.
कोचिंग एसोसिएशन के प्रभारी विक्रम सिंह ने कहा कि चीन का घिनौना चेहरा सामने आ चुका है. अब आगे की कार्रवाई के लिए सेना को खुली छूट देनी होगी. वहीं वैश्य संगठन से जुड़े आर. बी. वैश्य ने कहा कि जिस प्रकार सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ हमला करके पुलवामा का बदला लिया गया था. ठीक उसी तरह अब चीन के खिलाफ ठोस कदम उठाने की जरुरत है. चीन के खिलाफ बदला लेने के लिए सरकार को हमारा पूरा समर्थन है.