रायबरेलीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंबी उम्र के लिए एक संत ने गंगा तट से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शिवालय तक परिक्रमा की. संत ने इस परिक्रमा को लेट कर पूरा किया. परिक्रमा करने वाले संत उमेश चैतन्य गंगा स्वच्छता और उसकी अविरलता को बरकरार रखने के लिए कई जन-जागरण चला चुके हैं.
रायबरेली जनपद भले ही दशकों से कांग्रेसियों का अभेद किला माना जाता रहा हो लेकिन पीएम मोदी के प्रशंसकों की भी यहां कमी नहीं है. कुछ ऐसे ही मोदी के जुनूनी प्रशंसक संत के रुप मे उमेश चैतन्य ने कठिन परिक्रमा पूरी करके अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे है. मंगलवार सुबह 10 बजे से लेट कर शुरू हुई परिक्रमा शाम 6 बजे करीब 8 किलो मीटर की दूरी तय करने के बाद निर्धारित शिवालय पर आकर सम्पन्न हुई.
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गुरु पूर्णिमा के दिन से पूरे श्रावण मास राष्ट्र कल्याण के लिए गंगा तट पर स्थित बाबा मुण्डमालेश्नर में 44 करोड़ चावल चढ़ाने का संकल्प लिया था. इसी बीच जब कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने की खबर आई तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी प्रभावित हुआ और उसी समय परिक्रमा किए जाने का संकल्प लिया. संकल्प को आज पूरा करने में सफल रहा.
संत
उमेश चैतन्य, संत