रायबरेली: सरकार कोरोना महामारी के चलते सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाले भत्तों पर रोक लगा दी है. इससे नाराज रेलकर्मियों ने काला दिवस मनाकर अपना विरोध जाहिर किया है. साथ ही सरकार को ये चेतावनी दी कि यदि इन भत्तों को पहले की तरह सुचारू रूप से नहीं दिया गया तो लाखों रेल कर्मचारी इसका विरोध करेंगे और इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.
दरअसल, कोरोना महामारी के चलते केंद्र सरकार ने रेल कर्मचारियों को मिलने वाले भत्तों को आने वाले 18 महीने के लिए रोक दिया है. इसी के विरोध में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन व नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन के आह्वान पर रायबरेली में रेलवे कर्मियों ने काला दिवस मनाकर इसका विरोध किया. साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि यदि सरकार इन भत्तों को पहले की तरह देना नहीं शुरू करती तो पूरे देश में 13 लाख रेलकर्मी विरोध करेंगे. इसकी जिम्मेदार सरकार की होगी.
इस दौरान रेलकर्मियों ने न मास्क लगाया और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया. इस दौरान रेल कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की. नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन के लखनऊ मंडल के सहायक मंडल मंत्री सुधीर तिवारी ने बताया कि सरकार के इस कदम से रेलकर्मी आक्रोशित हैं और कोरोना काल की वजह से बड़ा प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है. इसलिए हम लोगों ने सांकेतिक रूप से काला दिवस मनाकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया है.