रायबरेली: कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे द्वारा आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद योगी सरकार ने अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया हुआ है. पुलिस प्रशासन लगातार कुख्यात अपराधियों को पकड़ने में लगा हुआ है. जनपद में बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए एसपी के निर्देश पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है.
पुलिस की टीम पर फायरिंग
वाहन चेकिंग के दौरान बोलेरो सवार बदमाशों ने पुलिस की गाड़ी पर ही फायरिंग कर दी. इस दौरान एक गोली गाड़ी के आगे वाले शीशे में जा लगी. हालांकि पुलिस वाले बाल-बाल बच गए. इसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ में दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. जिसमें से एक बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल भी हो गया है.
मुठभेड़ में गिरफ्तार
वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस की गाड़ी पर ही फायरिंग कर भागने का प्रयास कर रहे दोनों बदमाशों में से रणजीत सिंह पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया तो दूसरा रवि सिंह हिरासत में है. ये दोनों बदमाश 3 जुलाई को महराजगंज में हुई एक अधेड़ की हत्या के मामले में फरार चल रहे थे और पुलिस इनकी तलाश में जुटी थी. यही नहीं, इन दोनों बदमाशों पर रायबरेली पुलिस ने 20-20 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था.
एसपी ने की तारीफ
जनपद के एसपी स्वप्निल ममगाई ने बताया कि हर रोज देर शाम रात 8 बजे से 10 बजे तक चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. इसी दौरान बछरावां कोतवाली प्रभारी खुद बछरावां कस्बे के हरदोई नाके पर पुलिस टीम के साथ अभियान को गति दे रहे थे. इसी दौरान दो संदिग्ध लोग बोलेरो से आते दिखाई दिए. जैसे ही पुलिस टीम ने उन्हें रोकने का इशारा किया, उनके द्वारा पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी गई. फायरिंग करने के बाद संदिग्ध वाहन की रफ्तार बढ़ाते हुए महाराजगंज कस्बे की ओर भाग निकले.
एसपी ने बताया कि तत्काल मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने आला अधिकारियों को सूचित करते हुए गाड़ी का पीछा किया गया. तीन नजदीकी थानों की पुलिस के अलावा महाराजगंज तहसील के क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र चतुर्वेदी खुद भी बदमाशों की धरपकड़ के लिए निकले.
बछरावां कस्बे के महाराजगंज रोड पर बरहुआ मोड़ पर पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हुई. जिसके बाद रंजीत सिंह व रवि सिंह नाम के दोनों बदमाश मुठभेड़ के बाद पुलिस के शिकंजे में आए. इस दौरान एक बदमाश के पैर में गोली भी लगी. दोनों के पास से बरामद हुई बोलेरो भी चोरी की हुई प्रतीत होती है. हालांकि पुष्टि पड़ताल के बाद ही की जा सकेगी.