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रायबरेली: एनएचएआई की लापरवाही, निर्धारित समय के बाद भी नहीं पूरा हो सका नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट

यूपी के रायबरेली में आम नागरिक ही नहीं एनएचएआई की लापरवाह कार्यशैली से स्थानीय प्रशासन भी त्रस्त है. रायबरेली से इलाहाबाद के बीच 2 लेन हाईवे का निर्माण निर्धारित समय के बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो सका है. इतना ही नहीं इसके लिए जिम्मेदार एनएचएआई के प्रतिनिधि जिलाधिकारी की समीक्षा बैठक में भी नहीं पहुंच रहे हैं.

नहीं पूरा हो सका नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट
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Published : Nov 20, 2019, 10:20 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेली: देश की प्रमुख सड़क निर्माण इकाई राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण केंद्र सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय के अधीन कार्य करती है. रायबरेली-प्रयागराज 2 लेन प्रोजेक्ट का जिम्मा इसी संस्था ने लिया था. जिसके निर्माण के लिए मार्च 2019 तक का समय तय किया गया था. एनएचएआई निर्धारित समय में प्रोजेक्ट पूरा करने में नाकामयाब रहा है. जिसके बाद एनएचएआई के जिम्मेदार अधिकारी अब प्रशासनिक मीटिंग में भी शामिल होने से बच रहे हैं. ऐसा करने के पीछे एनएचएआई विभाग की मंडल बैठक का हवाला दे रहा है. फिलहाल जिले में होने वाली जिलाधिकारी की समीक्षा बैठक में एनएचएआई के प्रतिनिधि नहीं पहुंच रहे हैं.

नहीं पूरा हो सका नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट.

एनएचएआई की लापरवाही से प्रशासन त्रस्त

  • सांसद सोनिया गांधी के विशेष प्रयासों से लखनऊ-इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी.
  • इसके निर्माण का जिम्मा एनएचएआई को सौंपा गया था.
  • इस पूरे प्रोजेक्ट को 2 भागों में साकार किया जाना था.
  • इस प्रोजेक्ट के तहत लखनऊ से रायबरेली के बीच 4 लेन का निर्माण और रायबरेली से इलाहाबाद के बीच 2 लेन हाईवे का निर्माण होना तय हुआ था.
  • लखनऊ से रायबरेली के बीच 4 लेन के निर्माण को पूरा करने का दावा कई साल पहले से ही विभाग करता आया है.
  • रायबरेली-इलाहाबाद 2 लेन प्रोजेक्ट के लिए मार्च 2019 तक का समय निर्धारित किया गया था.
  • निर्धारित समय के बाद लगभग सात महीने गुजर जाने के बावजूद भी काम पूरा नहीं हो सका है.
  • मुख्य रुप से ऊंचाहार रेलवे क्रासिंग और रायबरेली शहर से मुंशीगंज कस्बे के मध्य का काम अभी भी पूरा होना बाकी है.



इस मामले को लेकर रायबरेली के अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष से ETV भारत ने बातचीत की. उन्होंने बताया कि एनएचएआई को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं कि समस्त सेवा प्रदाता कंपनियों सहित विभाग सभी समीक्षा बैठक में शिरकत करें. साथ ही फोन पर विभाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर से कहा गया है कि रखरखाव के जिम्मेदार वेंडर का ऑफिस जिले में होना सुनिश्चित करें, जिससे सड़कों के रखरखाव और उन्हें पूरा करने में कोई आपत्ति न हो.

रायबरेली-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के पूरा न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस खंड को भी 4 लेन की स्वीकृत मिलने की प्रक्रिया चल रही है यही कारण है कि प्रोजेक्ट पूरा होने में देरी है. इसके साथ ही अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने इस बात को स्वीकार किया कि अभी तक राजधानी लखनऊ से लेकर रायबरेली तक के प्रोजेक्ट के पहले भाग को भी पूरी तरह से नहीं पूरा किया जा सका है.

रायबरेली: देश की प्रमुख सड़क निर्माण इकाई राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण केंद्र सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय के अधीन कार्य करती है. रायबरेली-प्रयागराज 2 लेन प्रोजेक्ट का जिम्मा इसी संस्था ने लिया था. जिसके निर्माण के लिए मार्च 2019 तक का समय तय किया गया था. एनएचएआई निर्धारित समय में प्रोजेक्ट पूरा करने में नाकामयाब रहा है. जिसके बाद एनएचएआई के जिम्मेदार अधिकारी अब प्रशासनिक मीटिंग में भी शामिल होने से बच रहे हैं. ऐसा करने के पीछे एनएचएआई विभाग की मंडल बैठक का हवाला दे रहा है. फिलहाल जिले में होने वाली जिलाधिकारी की समीक्षा बैठक में एनएचएआई के प्रतिनिधि नहीं पहुंच रहे हैं.

नहीं पूरा हो सका नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट.

एनएचएआई की लापरवाही से प्रशासन त्रस्त

  • सांसद सोनिया गांधी के विशेष प्रयासों से लखनऊ-इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी.
  • इसके निर्माण का जिम्मा एनएचएआई को सौंपा गया था.
  • इस पूरे प्रोजेक्ट को 2 भागों में साकार किया जाना था.
  • इस प्रोजेक्ट के तहत लखनऊ से रायबरेली के बीच 4 लेन का निर्माण और रायबरेली से इलाहाबाद के बीच 2 लेन हाईवे का निर्माण होना तय हुआ था.
  • लखनऊ से रायबरेली के बीच 4 लेन के निर्माण को पूरा करने का दावा कई साल पहले से ही विभाग करता आया है.
  • रायबरेली-इलाहाबाद 2 लेन प्रोजेक्ट के लिए मार्च 2019 तक का समय निर्धारित किया गया था.
  • निर्धारित समय के बाद लगभग सात महीने गुजर जाने के बावजूद भी काम पूरा नहीं हो सका है.
  • मुख्य रुप से ऊंचाहार रेलवे क्रासिंग और रायबरेली शहर से मुंशीगंज कस्बे के मध्य का काम अभी भी पूरा होना बाकी है.



इस मामले को लेकर रायबरेली के अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष से ETV भारत ने बातचीत की. उन्होंने बताया कि एनएचएआई को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं कि समस्त सेवा प्रदाता कंपनियों सहित विभाग सभी समीक्षा बैठक में शिरकत करें. साथ ही फोन पर विभाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर से कहा गया है कि रखरखाव के जिम्मेदार वेंडर का ऑफिस जिले में होना सुनिश्चित करें, जिससे सड़कों के रखरखाव और उन्हें पूरा करने में कोई आपत्ति न हो.

रायबरेली-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के पूरा न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस खंड को भी 4 लेन की स्वीकृत मिलने की प्रक्रिया चल रही है यही कारण है कि प्रोजेक्ट पूरा होने में देरी है. इसके साथ ही अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने इस बात को स्वीकार किया कि अभी तक राजधानी लखनऊ से लेकर रायबरेली तक के प्रोजेक्ट के पहले भाग को भी पूरी तरह से नहीं पूरा किया जा सका है.

Intro:रायबरेली:आम नागरिक ही नही स्थानीय प्रशासन भी त्रस्त, सुधरती नही दिखती एनएचएआई की लापरवाह कार्यशैली

निर्धारित समय के महीनों बीत जाने के बाद भी,नहीं पूरे होते है नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट

19 नवंबर 2019 - रायबरेली

केंद्र सरकार के सड़क परिवाहन मंत्रालय के अधीन देश की प्रमुख सड़क निर्माण इकाई राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण फिलहाल रायबरेली के स्थानीय प्रशासन के भी कठिन परीक्षा लेती दिख रही है।निर्धारित समय मे प्रोजेक्ट पूरा करने में नाकामयाब रहे एनएचएआई के जिम्मेदार अधिकारी अब प्रशासनिक मीटिंग में भी शिरकत करने से बच रहे है।हालांकि ऐसा करने के पीछे एनएचएआई विभाग की मंडल बैठक का हवाला दे रहा है।जिले में फिलहाल जिलाधिकारी की समीक्षा बैठक में एनएचएआई के प्रतिनिधि के बगैर बैठकें सम्पन्न होती है।

दरअसल रायबरेली जनपद में एनएचएआई की दस्तक पहली बार यूपीए शासनकाल में महसूस की गई थी।रायबरेली सांसद सोनिया गांधी के विशेष प्रयासों से लखनऊ - इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी।इसका जिम्मा एनएचएआई को सौपा गया था।इस पूरे प्रोजेक्ट को 2 भागों में साकार रुप दिया जाना था।जहां लखनऊ से रायबरेली के बीच 4 लेन का निर्माण स्वीकृत हुआ था वही रायबरेली से इलाहाबाद के बीच 2 लेन हाईवे निर्माण किया जाना तय हुआ था।पूरे प्रोजेक्ट के पहले पार्ट को पूरा करने का दावा कई साल पहले से ही विभाग करता आया है पर रायबरेली से इलाहाबाद 2 लेन प्रोजेक्ट अपने निर्धारित समय मार्च 2019 के महीनों गुज़र जाने के बावजूद भी पूरा नहीं हो सका।मुख्य रुप से ऊंचाहार रेलवे क्रासिंग व रायबरेली शहर से मुंशीगंज कस्बे के मध्य का काम अभी भी पूरा होना बाकी है।





Body:रायबरेली के अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष ने ETV भारत को बताया कि एनएचएआई को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए है कि समस्त सेवा प्रदाता कंपनियों सहित ही विभाग सभी समीक्षा बैठक में शिरकत करें साथ ही फ़ोन पर विभाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर से कहां गया है कि सभी रखरखाव के जिम्मेदार वेंडर का जिला में ऑफिस होने सुनिश्चित करें जिससे कि सड़कों के रखरखाव व उन्हें पूरा करने में कोई आपत्ति न हो।हालांकि रायबरेली-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के पूरा न होने के सवाल पर उन्होंने कहां कि इस खंड को भी 4 लेन की स्वीकृत मिलने की प्रक्रिया चल रही है यही कारण है कि प्रोजेक्ट पूरा होने में देरी है।इसके साथ ही खुद अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने इस बात को स्वीकार किया कि अभी तक राजधानी लखनऊ से लेकर रायबरेली तक के प्रोजेक्ट के पहले भाग को भी पूरी तरह से नही भरा जा सका है।

इस संबंध में जब एनएचएआई के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया तब विभाग से जुड़े लोगो ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया गया।


Conclusion:विज़ुअल:संबंधित विज़ुअल,

बाइट:राम अभिलाष - अपर ज़िलाधिकारी प्रशासन,

प्रणव कुमार - 7000024034
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
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