रायबरेली : पीएम मोदी की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक 'नमामि गंगे' प्रोजेक्ट को लेकर वैसे तो समय-समय पर कई दावे किए जाते रहे है, लेकिन जमीनी हकीकत में बहुत ज्यादा सुधार होते नहीं दिखता है. यही कारण है कि विभाग द्वारा इस दिशा में नई पहल की जा रही है. जिला गंगा समिति को ज्यादा असरदार बनाने के मकसद से अब वन विभाग द्वारा इसका स्थायी ऑफिस बनाए जाने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत जिले के सभी गंगा ग्राम को चिह्नित कर उसमें नमामि गंगे से संबंधित लक्ष्यों को अर्जित किया जाएगा.
ज़िले के सामाजिक वानिकी प्रभाग के अस्सिटेंट कंज़रवेटर फॉरेस्ट व नमामि गंगे के प्रभारी बृज मोहन शुक्ला ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरुप अब रायबरेली में जिला गंगा समिति कार्यालय खोला जाएगा. इसे लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है. उन्होंने बताया कि पहले की योजना के तहत ज़िले में गंगा विचार मंच, गंगा मंथन सप्ताह का सफल आयोजन किया जा चुका है. इसके अलावा गंगा पौधरोपण कार्यक्रम के तहत भी बड़े पैमाने पर काम किए गए हैं.
वहीं नमामि गंगे के सफल क्रियान्वयन को लेकर दावों और जमीनी हकीक़त में फर्क होने के सवाल परबृज मोहनशुक्ला कहते हैं कि जनपद में गंगा तट पर स्वच्छ वातावरण देने के लक्ष्य से विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी वृहद स्तर पर पौधरोपण कार्यक्रम के अलावा योजना के प्रचार-प्रसार के भी हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही ज़िला गंगा समिति के कार्यालय खुलने से भी योजना के सफल क्रियान्वयन की दिशा में बेहद अहम क़दम साबित होने की उम्मीद है और विभाग के प्रयासों से योजना के तहत कीर्तिमान स्थापित किए जाएंगे.