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रायबरेली: 5 दिन पैदल चलने के बाद मथुरा से रायबरेली पहुंचे मेहनतकश नौजवान

यूपी के रायबरेली में मेहनतकश नौजवान चार दिन का पैदल सफर तय कर मथुरा से रायबरेली पहुंचे हैं. उन्होंने सुलतानपुर जाना है.

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Published : Apr 2, 2020, 10:40 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST

रायबरेली समाचार.
मथुरा से रायबरेली पहुंचे मेहनतकश नौजवान.

रायबरेली: लॉकडाउन के चलते शहरों से घरों की ओर लौटने की सिलसिला अभी जारी है. ये लोग पैदल ही अपने घरों की ओर पलायान कर रहे हैं. जिले में 5 दिन पैदल चलकर मेहनतकश नौजवान बुधवार शाम को रायबरेली पहुंचे थे. अभी भी करीब 100 किंमी की दूरी बाकी है. उन्हें सुलतानपुर तक का सफर पूरा करना है.

मथुरा में निजी फैक्ट्री में काम करने वाले विकास गोस्वामी ने बताया कि लॉकडाउन के बाद काम बंद हो गया था. खर्चे पूरे न होने के कारण वहां रुकना मुनासिब नहीं समझा. इसीलिए सब लोग मिलकर घर जाने के लिए निकल पड़े.

हालांकि लॉकडाउन होने के कारण साधन नहीं मिल रहा था. रास्ते मे कुछ दूर के लिए प्रशासन द्वारा गाड़ी की व्यवस्था की गई थी, पर ज्यादातर दूरी पैदल ही तय करनी पड़ी. उम्मीद है कि बाकी बचे 100 किमी के लिए कोई साधन मिल जाएगा, नहीं तो पैदल ही जाना पड़ेगा.

विकास गोस्वामी के साथी प्रमोद पांडेय ने कहा कि उन्हें पता है कि गांव में जाते ही सरकारी स्कूलों में बने क्वारंटाइन सेंटर के 14 दिन गुजार कर ही परिवार वालों के साथ घर मे जाकर रहेंगे.

रायबरेली: लॉकडाउन के चलते शहरों से घरों की ओर लौटने की सिलसिला अभी जारी है. ये लोग पैदल ही अपने घरों की ओर पलायान कर रहे हैं. जिले में 5 दिन पैदल चलकर मेहनतकश नौजवान बुधवार शाम को रायबरेली पहुंचे थे. अभी भी करीब 100 किंमी की दूरी बाकी है. उन्हें सुलतानपुर तक का सफर पूरा करना है.

मथुरा में निजी फैक्ट्री में काम करने वाले विकास गोस्वामी ने बताया कि लॉकडाउन के बाद काम बंद हो गया था. खर्चे पूरे न होने के कारण वहां रुकना मुनासिब नहीं समझा. इसीलिए सब लोग मिलकर घर जाने के लिए निकल पड़े.

हालांकि लॉकडाउन होने के कारण साधन नहीं मिल रहा था. रास्ते मे कुछ दूर के लिए प्रशासन द्वारा गाड़ी की व्यवस्था की गई थी, पर ज्यादातर दूरी पैदल ही तय करनी पड़ी. उम्मीद है कि बाकी बचे 100 किमी के लिए कोई साधन मिल जाएगा, नहीं तो पैदल ही जाना पड़ेगा.

विकास गोस्वामी के साथी प्रमोद पांडेय ने कहा कि उन्हें पता है कि गांव में जाते ही सरकारी स्कूलों में बने क्वारंटाइन सेंटर के 14 दिन गुजार कर ही परिवार वालों के साथ घर मे जाकर रहेंगे.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST
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