रायबरेलीः जिले की नगर पालिका परिसर के सभागार में मंगलवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब बोर्ड बैठक के दौरान सभासदों ने अध्यक्ष पर मनमानी का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. सभासदों ने वार्डों में विकास कार्य न कराने का आरोप हुए विरोध जताया. वहीं, हंगामा मचते ही नगर पालकि अध्यक्ष बैठक से चलती बनी. जबकि आक्रोशित सभासद धरने पर बैठ गए. हंगामे की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और सभासदों को समझाने में जुट गया. लेकिन सभासदों ने न्याय नहीं मिलने तक धरने से उठने से इंकार कर दिया.
रायबरेली नगर पालिका परिषद में बोर्ड बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया था. बोर्ड बैठक में सभासदों व अध्यक्ष द्वारा सहमति से पालिका क्षेत्र में कराए जाने वाले कार्यों की रूप रेखा बनाई जाती है. बैठक आरंभ होने के कुछ देर बाद ही कुछ सभासदों ने हंगामा शुरू कर दिया. सभासदों के हंगामा को देख ईओ ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन सभासद शांत नही हुए. जिससे पालिका अध्यक्ष पूर्णिमा श्रीवास्तव बैठक छोड़कर चली गईं. ये देख सभासद आक्रोशित हो गए और परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए और हंगामा करने लगे.
हंगामे और धरने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने उन्होंने सभासदों को समझाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली. धरने पर बैठे सभासदों ने कहा कि तब तक धरने से नहीं उठेंगे, जब तक उनकी मांगें मान नहीं ली जातीं. सभासद पूनम तिवारी का आरोप है कि बोर्ड बैठक में उनकी बात नही सुनी गई. उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका में फर्जी भुगतान किया गया है.
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पूनम तिवारी ने कहा कि जब हमने अपनी बातों का जवाब जानना चाहा तो अध्यक्ष बैठक से चली गई. वहीं, ईओ ने हम लोगों से रजिस्टर पर हस्ताक्षर करवा कर कोरम पूरा करा लिया. पूनम तिवारी ने कहा कि जब तक ये बैठक निरस्त नहीं होगी और एक सप्ताह में दोबारा बैठक नहीं की जाएगी तब तक वह धरना-प्रर्शन करती रहेंगी. वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष पूर्णिमा श्रीवास्तव ने कहा कि कही भी हंगामा नहीं हुआ है. हमने सबकी बातों को सुना और थोड़ी बहुत नोक-झोंक होती रहती है.