रायबरेली: गुरुवार देर रात कानपुर में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी. इससें रायबरेली जिले के रहने वाले एसआई महेश सिंह भी शामिल है. वहीं मुठभेड़ में सात पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं. सभी घायलों का इलाज कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में चल रहा है. शहीद महेश सिंह की अंत्योष्टि की तैयारी उनके पैतृक गांव में शुरू हो गई है. कानपुर से शव आने के बाद मृतक का अंतिम संस्कार उनके गांव में ही किया जाएगा.
कानपुर में शहीद सब इंस्पेक्टर महेश सिंह का पैतृक गांव रायबरेली जिले के सरेनी थाना क्षेत्र के बन पुरवा गांव में है. सब इंस्पेक्टर के शहीद होने की खबर आते ही उनके गांव में शोक की लहर है. शहीद के अंतिम संस्कार को लेकर ग्रामीणों के साथ स्थानीय प्रशासन ने भी अंत्योष्टि स्थल का मुआयना किया. शहीद इंस्पेक्टर का पार्थिव शरीर कानपुर से आने के बाद बड़ी संख्या में भीड़ जमा होने की संभावना है. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन न हो इसे लेकर प्रशासन तैयारी कर रहा है.
गंगा के तट पर बसा है शहीद का गांव
कानपुर के थाना शिवराजपुर में तैनात एसओ महेश यादव का पैतृक गांव सरेनी का वन पुरवा गंगा के तट पर बसा है. गांव के अंतिम छोर पर गंगा नदी की धारा निकलती है. शहीद का अंतिम संस्कार भी इसी स्थान पर करने की तैयारी की जा रही है. कानपुर पुलिस लाइन में पोस्टमार्टम के बाद शहीद को सलामी दी जाएगी. उसके बाद ही पार्थिव शरीर पैतृक गांव भेजा जाएगा.