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रायबरेलीः नमामि गंगे से बदलेगी 29 गंगा ग्रामों की सूरत, कहलाएंगे विकास मॉडल - गंगा यात्रा

उत्तर प्रदेश में 27 जनवरी से शुरू हो रही गंगा यात्रा के लिए रायबरेली जिले के 29 गंगा ग्रामों को चिन्हिंत किया गया है. इन गंगा ग्रामों में सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए एक नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति की गई है.

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नमामि गंगे से बदलेंगे गंगा ग्रामों के दिन.
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Published : Jan 13, 2020, 10:13 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेलीः जनपद में कुल 29 गंगा ग्रामों को चिन्हिंत करके जिला प्रशासन एक खास पहल की शुरुआत करने जा रहा है. दरअसल जिला प्रशासन गंगा ग्रामों को विकास मॉडल के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रहा है. इस कवायद को सफल बनाने के मकसद से हर गांव के लिए एक नोडल अधिकारी को भी नामित किया गया.

नमामि गंगे से बदलेंगे गंगा ग्रामों के दिन.

27 जनवरी से गंगा यात्रा की शुरुआत
27 जनवरी से गंगा यात्रा की शुरुआत की जा रही है, जिससे पूर्व गंगा को निर्मल करने के साथ-साथ किनारे बसे नगर पंचायतों को ओडीएफ प्लस घोषित किए जाने की तैयारी है. साथ ही गंगा ग्रामों में विकास योजनाओं को गति देकर पूर्णतया सुसज्जित करने के दावे भी किए जा रहे हैं.

गंगा किनारे के 29 गांव गंगा ग्राम
जनपद रायबरेली में गंगा किनारे के 29 गांवों को गंगा ग्राम के रूप मे चुना गया है. सभी नोडल अधिकारियों को जिला प्रशासन ने निर्देश जारी किए है कि अपने निर्धारित ग्राम में जाकर सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करें. गंगा के किनारों की साफ सफाई और सुंदरता के लिए तेजी से काम हो रहा है.

इसे भी पढ़ें- बहराइच: प्रशासन ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तिरंगा यात्रा पर लगाई रोक

गंगा उद्यान भी बनाए जाएंगे
चयनित गांवों में खेलकूद, वाद-विवाद, सामान्य ज्ञान, चित्रकला आदि प्रतियोगिताओं के साथ स्वास्थ्य पशु मेलों का भी आयोजन किया जा रहा है. नदी के 500 मीटर के दायरे में बाढ़ क्षेत्रों को छोड़कर फलदार वृक्ष लगाए जा रहे हैं. इसके लिए 'गंगा उद्यान' बनाने की तैयारी को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है.

29 गंगा ग्राम के नोडल अधिकारी की नियुक्ति
बृज मोहन शुक्ला ने बताया कि जनपद के कुल 29 गंगा ग्राम के नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जा चुकी है. सभी विभागों से समन्वय बनाकर इस दिशा में कार्य करने के निर्देश शासन की ओर से जारी किए गए हैं. विशेष तौर पर वन विभाग द्वारा इन सभी गंगा ग्रामों में शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पौधरोपण किए जा चुके हैं. पौधरोपण के माध्यम से भूमि का कटाव, गंगा में गंदगी के प्रवेश को रोका जा सकेगा. साथ ही स्थल की हरियाली भी बरकरार रखी जा सकेगी.

इसे भी पढ़ें- नमामि गंगे प्रोजेक्ट को धार देने के लिए अवध विश्वविद्यालय ने बढ़ाया कदम, प्रदूषण मुक्त होगी गंगा

गंगा किनारे पॉलीथिन के प्रयोग पर पूर्णतया रोक
विभाग सभी गंगा ग्रामों में साफ-सफाई, शौचालय, पेयजल और विद्युत व्यवस्था आदि को दुरुस्त करने की तैयारी कर रहा है. इसके अलावा इन क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर भी विशेष जोर दिया जाएगा. किसी भी सूरत में सीवर और ड्रेनेज का बहाव गंगा में न हो इसको लेकर अधिकारी खासे चिंतित हैं. खासकर गंगा किनारे पॉलीथिन के प्रयोग पर पूर्णतया रोक लगाने पर जोर दिया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- फर्रुखाबाद: 'हर-हर गंगे' उद्घोष के साथ श्रद्धालु लगा रहे आस्था की डुबकी

रायबरेलीः जनपद में कुल 29 गंगा ग्रामों को चिन्हिंत करके जिला प्रशासन एक खास पहल की शुरुआत करने जा रहा है. दरअसल जिला प्रशासन गंगा ग्रामों को विकास मॉडल के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रहा है. इस कवायद को सफल बनाने के मकसद से हर गांव के लिए एक नोडल अधिकारी को भी नामित किया गया.

नमामि गंगे से बदलेंगे गंगा ग्रामों के दिन.

27 जनवरी से गंगा यात्रा की शुरुआत
27 जनवरी से गंगा यात्रा की शुरुआत की जा रही है, जिससे पूर्व गंगा को निर्मल करने के साथ-साथ किनारे बसे नगर पंचायतों को ओडीएफ प्लस घोषित किए जाने की तैयारी है. साथ ही गंगा ग्रामों में विकास योजनाओं को गति देकर पूर्णतया सुसज्जित करने के दावे भी किए जा रहे हैं.

गंगा किनारे के 29 गांव गंगा ग्राम
जनपद रायबरेली में गंगा किनारे के 29 गांवों को गंगा ग्राम के रूप मे चुना गया है. सभी नोडल अधिकारियों को जिला प्रशासन ने निर्देश जारी किए है कि अपने निर्धारित ग्राम में जाकर सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करें. गंगा के किनारों की साफ सफाई और सुंदरता के लिए तेजी से काम हो रहा है.

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गंगा उद्यान भी बनाए जाएंगे
चयनित गांवों में खेलकूद, वाद-विवाद, सामान्य ज्ञान, चित्रकला आदि प्रतियोगिताओं के साथ स्वास्थ्य पशु मेलों का भी आयोजन किया जा रहा है. नदी के 500 मीटर के दायरे में बाढ़ क्षेत्रों को छोड़कर फलदार वृक्ष लगाए जा रहे हैं. इसके लिए 'गंगा उद्यान' बनाने की तैयारी को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है.

29 गंगा ग्राम के नोडल अधिकारी की नियुक्ति
बृज मोहन शुक्ला ने बताया कि जनपद के कुल 29 गंगा ग्राम के नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जा चुकी है. सभी विभागों से समन्वय बनाकर इस दिशा में कार्य करने के निर्देश शासन की ओर से जारी किए गए हैं. विशेष तौर पर वन विभाग द्वारा इन सभी गंगा ग्रामों में शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पौधरोपण किए जा चुके हैं. पौधरोपण के माध्यम से भूमि का कटाव, गंगा में गंदगी के प्रवेश को रोका जा सकेगा. साथ ही स्थल की हरियाली भी बरकरार रखी जा सकेगी.

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गंगा किनारे पॉलीथिन के प्रयोग पर पूर्णतया रोक
विभाग सभी गंगा ग्रामों में साफ-सफाई, शौचालय, पेयजल और विद्युत व्यवस्था आदि को दुरुस्त करने की तैयारी कर रहा है. इसके अलावा इन क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर भी विशेष जोर दिया जाएगा. किसी भी सूरत में सीवर और ड्रेनेज का बहाव गंगा में न हो इसको लेकर अधिकारी खासे चिंतित हैं. खासकर गंगा किनारे पॉलीथिन के प्रयोग पर पूर्णतया रोक लगाने पर जोर दिया जा रहा है.

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Intro:रायबरेली:शुरु हुई जिले के गंगा ग्रामों को संवारने की कवायद,दावा चुस्त व दुरुस्त

नमामि गंगे से बदलेंगे गंगा ग्रामों के दिन,गंगा के किनारे बसे गांव में सजेगी महफ़िल

13 जनवरी 2020 - रायबरेली

जनपद में कुल 29 गंगा ग्राम चिन्हित है जिनको लेकर जिला प्रशासन द्वारा ख़ास पहल की शुरुआत की जा रही है।गंगा ग्रामों को विकास के मॉडल के रुप मे विकसित किए जाने की तैयारी है।इस कवायद को सफल बनाने के मकसद से हर गांव के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया गया है।

दरअसल आगामी 27 जनवरी से गंगा यात्रा की शुरुआत की जा रही है। जिससे पूर्व गंगा को निर्मल करने के साथ ही किनारे बसे नगर पंचायतों को ओडीएफ प्लस घोषित किए जाने की तैयारी है।साथ ही गंगा ग्रामों में विकास योजनाओं को गति देकर पूर्णतया सुसज्जित करने के दावे किए जा रहे है।

जनपद रायबरेली में गंगा के किनारे 29 गांवों के गंगा ग्राम के रुप मे चुना गया है।सभी नोडल अधिकारियों को जिला प्रशासन ने निर्देश जारी किए है कि अपने निर्धारित ग्राम में जाकर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करें। गंगा के किनारों की साफ सफाई में सुंदरता के लिए तेजी से काम हो रहा है इसके साथ ही चयनित गांवों में खेलकूद, वाद-विवाद, सामान्य ज्ञान,चित्रकला आदि प्रतियोगिताओं के साथ स्वास्थ्य पशु मेलों का भी बढ़ चढ़ कर आयोजन किया जा रहा है।नदी के 500 मीटर के दायरे में बाढ़ क्षेत्रों को छोड़कर फलदार वृक्ष लगाए जा रहे हैं।इसके लिए 'गंगा उद्यान' बनाने की तैयारी को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।




Body:बृज मोहन शुक्ला ने बताया कि जनपद के कुल 29 गंगा ग्राम के नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जा चुकी है।सभी विभागों से समन्वय बनाकर इस दिशा में कार्य करने के निर्देश शासन की ओर से जारी किए गए है।विशेषतौर पर वन विभाग द्वारा इन सभी गंगा ग्रामों में शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पौधरोपण किए जा चुके है।इसी कड़ी में निशुल्क पौधों का वितरण और उनके रख रखाव में आने वाले व्यय को भी नमामि गंगे के अंतर्गत विभाग द्वारा प्रतिपूर्ति किया जा रहा है।वृक्षारोपण के माध्यम से भूमि का कटाव, गंगा में गंदगी के प्रवेश को रोकेंगे साथ ही स्थल की हरियाली भी बरकरार रखी जा सकेगी।

फिलहाल विभाग द्वारा दावा किया जा रहा है कि सभी गंगा ग्रामों में साफ-सफाई,शौचालय व पेयजल और विद्युत व्यवस्था आदि को दुरुस्त किया जाएगा।इसके अलावा सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार का इन क्षेत्रों में विशेष जोर दिया जाएगा।

किसी भी सूरत में सीवर और ड्रेनेज का बहाव गंगा में न हो इसको लेकर अधिकारी खासे चिंतित बताए जा रहे हैं। खासकर गंगा किनारे पॉलीथिन के प्रयोग पर पूर्णतया रोक लगाने पर जोर दिया जा रहा है।जानकार यह भी कहते है कि यह कवायद यात्रा के दौरान वीवीआईपी द्वारा संभावित रात्रि विश्राम को लेकर की जा रही है।दरअसल उम्मीद जताई जा रही है कि मंत्रियों समेत जनप्रतिनिधियों के भी गंगा किनारे बसे इन गांवो में रात्रि विश्राम कर सकते है।





Conclusion:बाइट : बृज मोहन शुक्ला - प्रभारी नमामि गंगे परियोजना व उप प्रभागीय वनाधिकारी - रायबरेली

प्रणव कुमार - 7000024034
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
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