रायबरेली : जिले के खीरो थाना क्षेत्र के मेड़ौली गांव में पूर्व प्रधान का संदिग्धवस्था में खून से लथपथ शव मिला. शव के पास ही उनकी लाइसेंसी पिस्टल पड़ी मिली. मृतक लम्बे समय से लकवे की बीमारी से ग्रस्त था और उसी को लेकर वो मानसिक रूप से परेशान था. मृतक के परिजन लखनऊ में रहते थे और वो यंहा पर रहता था. सूचना मिलते ही आस-पड़ोस के सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों से पुछताछ की. फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जिले के खीरो थाना क्षेत्र के मेड़ौली गांव निवासी जय किशन चौधरी आज अपने घर मे कुर्सी पर बैठे हुए खून से लथपथ पाए गए. उनके शव के पास ही उनकी लाइसेंसी पिस्टल भी मिली. मृतक गांव का प्रधान भी रह चुका था. मृतक का परिवार लखनऊ में निवास करता है. आज जैसे ही चौधरी के शव मिलने की सूचना फैली मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. लोगों का कहना है मृतक लंबे समय से लकवा ग्रस्त था और उसी को लेकर मानसिक रूप से परेशान रहता था. बताया जा रहा है कि बिमारी से परेशान होकर उन्होंने गोली मारकर अपनी जान दे दी. फिलहाल सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसने फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया. मौके की जांच में पुलिस जुट गई. फिलहाल पूर्व प्रधान की मौत से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है.
सीओ लालगंज डॉ. अंजनी चतुर्वेदी ने बताया कि मेड़ौली गांव निवासी एक व्यक्ति की गोली से मौत की सूचना मिली थी. मौके पर पुलिस और फोरेंसिक टीम पहुंची आस-पास के निरीक्षण और लोगों से पूछताछ में पता चला कि मृतक शारीरिक रूप से पैरालाइसिस था और इसी को लेकर मानसिक उलझन रहती थी. आज उसने खुद के लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार कर आत्महत्या कर ली. शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है. आगे की विधिक कार्वारवाई की जा रही है.