रायबरेलीः खाद की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने और किसानों को राहत दिलाने के लिए एक योजना बनाई है. कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए नए जिले में एक किसान को एक दिन में अधिकतम 5 बोरी खाद दिया जा रहा है. खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों और ब्लैक मार्केटिंग रोकने के लिए सहकारी समितियों पर भी बिना अंगूठे व आधार कार्ड के खाद वितरित करने पर रोक लगा दी गई है. इसी के चलते मंगलवार को जिले के सदर तहसील के राही साधन सहकारी समिति पर उन्हीं लोगो को खाद दिया गया, जिनके पास आधार कार्ड थे. बायोमीट्रिक मशीन में अंगूठे के निशान मैच होने पर किसानों को खाद दी गई.
जिले की सदर तहसील के राही साधन सहकारी समिति पर मंगलवार सुबह से ही चहल पहल दिखाई दी. जहां खाद के लिए किसानों को ज्यादा पैसा देना पड़ता था, वहीं समिति पर सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर खाद वितरित की गई. उचित मूल्य पर खाद मिलने से किसानों में भी खुशी दिखाई दी. इन सबके पीछे का कारण है समिति पर बिना आधार व अंगूठे के निशान के बिना किसी को भी खाद नही दी जा रही है. जिससे पात्र किसान को ही उसकी भूमि के आधार पर खाद मिलना.
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राही साधन सहकारी समिति के सचिव नितिन मिश्रा ने बताया कि समिति पर खाद की किसी भी तरह की किल्लत नही है. पॉस मशीन व आधार कार्ड द्वारा ही किसानों को खाद दी जा रही है. साथ ही खाद की मात्रा निर्धारित कर दी गई है किसानों को उनकी जोत के हिसाब से ही 4 से 5 बोरी ही खाद दी जा रही है. इससे कालाबाज़ारियों पर अंकुश लगा है.