रायबरेली: जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना शनिवार को अमृत योजना के तहत चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंची. शहर के पीएसी रोड पर चल रहे निर्माण कार्य में हो रही लापरवाही पर जिलाधिकारी मौके पर ही जिम्मेदार अधिकारियों पर बिफर पड़ीं. इस दौरान कार्यदायी संस्थान जल निगम व नगर पालिका समेत कांट्रेक्टर फर्म के अधिकारी भी मौजूद रहे. डीएम ने निर्धारित समय सीमा देते हुए वरीयता के आधार पर काम पूरा करने के निर्देश दिए.
बीते दिनों पूर्व मंत्री व ऊंचाहार विधायक मनोज कुमार पांडेय ने डीएम से मिलकर अमृत योजना के तहत परसदेपुर व पीएसी रोड की दुर्दशा का हाल बयान किया था. उसके बाद से ही अटकलें लग रही थीं कि किसी भी दिन खुद जिलाधिकारी योजना के तहत हो रहे कार्यों का औचक निरीक्षण कर सकती हैं. शनिवार को अचानक से डीएम उस रोड का रुख करते हुए योजना के तहत हो रहे कार्य का मुआयना करने पहुंचीं.
निरीक्षण के दौरान काम के प्रति लापरवाही बरतने पर डीएम ने मौके पर ही कांट्रैक्टर के प्रतिनिधि को सख्त लहजे में 'ब्लैक लिस्ट' करने की चेतावनी भी दी. इसके साथ ही जल निगम के अधिशासी अभियंता को भी तत्काल मार्ग दुरुस्त करने के निर्देश दिए.
जिले में अमृत योजना के तहत सीवर लाइन के काम की शुरुआत की गई थी. योजना के तहत परसदेपुर रोड पर एसटीपी प्लांट भी बनाए जाने की शुरुआत हो चुकी है, पर लॉकडाउन के दौरान काम ठप रहा और सीवर लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़क पर बारिश ने स्थित और बिगाड़ दी. अब इस रोड पर पैदल चलना भी मुश्किल है और आये दिन हादसों की खबरें आती हैं. यही कारण रहा कि डीएम ने निरीक्षण के दौरान ही जिम्मेदार अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई.
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