रायबरेली: वैश्विक मंदी के असर को कम करने की दिशा में वित्त मंत्रालय द्वारा कई कदम उठाएं जा रहे है. मंत्रालय ने सभी बैंकों को ग्राहक संपर्क अभियान चलाए जाने के निर्देश जारी किए हैं. अधिक से अधिक लोगों तक बैंकिंग सेवाएं मुहैया कराने के मकसद से विशेष 'कस्टमर आउटरीच कैम्प' का आयोजन किया जा रहा है.
अभियान के तहत बैंक अधिकारी जरूरतमंदों से संपर्क कर उन्हें रिटेल, एग्रीकल्चर और एमएसएमई सेक्टर में ऋण वितरित करेंगे. बैंक के आलाधिकारियों का दावा है कि इस दौरान एनटीबी (न्यू टू बैंक) कस्टमर पर विशेष जोर दिया जाएगा और उन्हें हर संभव वित्तीय सहायता तत्काल मुहैया कराई जाएगी.
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इन दिनों लगाया जाएगा कैम्प
रायबरेली के अग्रणी बैंक-बॉब के क्षेत्रीय प्रबंधक अन्मय कुमार मिश्रा ने ईटीवी भारत को बताया कि केंद्र सरकार की डायरेक्टरेट ऑफ फाइनेंसियल सर्विसेज के ओर से बैंकों को कस्टमर आउटरीच प्रोग्राम आयोजित करने के निर्देश दिए गए थे. इसी क्रम में देशभर के करीब 400 जनपदों में दो फेज में इसके आयोजन किया जाना था. रायबरेली रीजन में कार्यक्रम के दूसरे फेज में आगामी 21-22 अक्टूबर को कैम्प आयोजित किए जाने की तैयारी है.
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वित्तीय सहायता देने का है लक्ष्य
आयोजन का मुख्य मकसद खेती, एमएसएमई और रिटेल क्षेत्रों में ऋण आवंटन करना है. बैंक ऑफ बड़ौदा के रीजनल मैनेजर ने बताया कि इस पूरे कार्यक्रम में ओडीओपी योजना पर विशेष जोर रहेगा. बैंक के रायबरेली रीजन में रायबरेली समेत उन्नाव और अमेठी जनपद शामिल होने के कारण तीनों जिलों के उत्पादों को लेकर विभिन्न सरकारी विभागों के माध्यम से लाभार्थियों को लोन व वित्तीय सहायता दिए जाने का लक्ष्य है.
गौरतलब है कि 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना' के तहत सरकार द्वारा रायबरेली जनपद के लिए वुडन क्राफ्ट, अमेठी के लिए मूंज और उन्नाव के लिए जरी वर्क से संबंधित कार्य स्वीकृत हुए है. इन्हीं क्षेत्रों में उद्यम को बढ़ावा देने के मकसद से वित्तीय संस्थानों द्वारा आयोजित किए जाने वाले ऐसे कार्यक्रमों से न केवल अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद है. साथ ही सालों तक बैंकिंग सुविधाओं से वंचित रहे लोगों के बीच बैंकों को पहुंच बनाने का भी अवसर मिल सकेगा.